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न्यू यॉर्क के एक नाइट क्लब में हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान, भारतीय महिला की नाराजगी पर मांगी माफी

अमेरिका के एक नाइट क्लब के वॉशरूम में हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरें चिपकाए जाने का मामला

  • भारतीय महिला की शिकायत पर वॉशरूम डिजाइनर ने इसको लेकर मांगी माफी
  • डिजाइनर ने लिखा है कि उन्हें अफसोस है कि उन्होंने इसे तैयार कराने से पहले उचित शोध नहीं किया
  • भारतीय महिला अंकिता मिश्रा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इसको लेकर अपने अनुभव किए शेयर
‘हाउस ऑफ़ यस’ – नाईट क्लब

न्यू यॉर्क : अमेरिका में हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का एक मामला सामने आया है ! यहां के एक नाइट क्लब के बाथरूम की दीवारों पर सरस्वती, दुर्गा, काली, शिव और गणेश की तस्वीरें लगी दिखाई दी हैं। इस संबंध में एक भारतीय महिला ने क्लब से लिखित में इसकी शिकायत की जिसके बाद बाथरूम के डिजाइनर ने सांस्कृतिक अज्ञानता को लेकर माफी मांगी है !

अमेरिका के ओहियो राज्य में रहनेवाली अंकिता मिश्रा ने ‘माई कल्चर इज नॉट योर बाथरूम’ हैशटैग के साथ इंस्ट्राग्राम पर लिखा, ‘पिछले सप्ताह न्यू यॉर्क के यश क्लब के बाथरूम का इस्तेमाल नहीं कर पाई। आपने भारतीय देवी-देवताओं की तस्वीर बाथरूम में क्यों लगाई ?’

(इन छायाचित्रों को प्रकाशित करने का उद्द्येश्य किसी की भावना को आहत करने का नहीं है, किंतु विडंबन कैसे किया जा रहा है ये समझ में आये इसलिए प्रकाशित किया है ! – संपादक, हिन्दुजागृति)

अंकिता जब इस क्लब के वॉशरूम में गईं तो वह हैरान रह गई। उन्होंने एक न्यूज वेबसाइट में अपने ब्लॉग में लिखा, ‘पिछले महीने दोस्तों के साथ नाइट आउट के दौरान मैं शांत नहीं रह पाई जब मैंने न्यू यॉर्क हाउस ऑफ यस के वीआईपी बाथरूम की सजावट देखी। दीवारों को हिन्दू देवी-देवताओं- काली, दुर्गा, शिव और गणेश की तस्वीरों से भर दिया गया था !’

हालांकि, अंकिता यहीं चुप नहीं बैठीं उन्होंने सीधे क्लब को ई-मेल के जरिये शिकायत की। मेल में उन्होंने लिखा, ‘सार्वजनिक स्थान पर शांति बनाए रखने के लिए मैं अपनी आवाज दबाती आई हूं ! हालांकि, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हाउस ऑफ यस को लेकर मेरे अनुभव को शेयर करने के बाद मैं आपसे सीधे संपर्क करना चाहती हूं। मुझे भरोसा है कि हाउस ऑफ यस ऐसी जगह है जहां संभवतः मेरी आवाज सुनी जाएगी और जहां अच्छाई के लिए बदलाव हो सकता है !’

अंकिता के मेल के जवाब में उन्हें क्लब की तरफ से डिजाइनर का मेल आया जिन्होंने अपनी सांस्कृतिक अज्ञानता के लिए न सिर्फ माफी मांगी, बल्कि यह भरोसा भी दिलाया कि जल्द ही बाथरूम की दीवारों को बदल दिया जाएगा। डिजाइनर ने लिखा कि उन्हें अफसोस है कि बाथरूम तैयार कराने से पहले उन्होंने इस संस्कृति को लेकर शोध नहीं किया !

स्त्रोत : नवभारत टाईम्स

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