गोहत्या, गोकशी के विरोध में हिन्दुआें के मन में पनप रहे इस गुस्से के लिए जिम्मेदार कौन हैं ? गोहत्या कानून बनकर गोहत्या या गोकशी पर रोक लगेगी तो क्या एेसी घटना होगी ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र में गोवंश के अवशेष मिलने पर कई हिन्दू संगठन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने बुलंदशहर स्याना रोड जामकर पुलिस पर पथराव भी किया। इस दौरान पुलिस इंस्पेक्टर की मौत भी हो गई है। इंस्पेक्टर के हमराह सिपाही को भी गोली लगी है। उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है। गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी के पास खडी गाडियों को भी आग लगा दी। इस घटना में कथित रूप से पुलिस की गोली से घायल युवक सुमित आनंद को अस्पताल लाया गया परंतु उसकी मौत हो चुकी थी।
स्याना कोतवाली क्षेत्र में चिगरवाठी चौकी के महाव में गोकशी की घटना को लेकर सुबह से हिन्दू संगठनों और ग्रामीणों में रोष था। गोवंशों के अवशेष को ट्रैक्टर-ट्राली में भरकर बजरंग दल और अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं ने चिंगरवाठी चौकी के सामने स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। साथ ही कोतवाल पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया।
पुलिस के बल प्रयोग करने पर लोग भडक गए और पथराव कर दिया। सूत्रों के अनुसार बवाल के दौरान फ़ायरिंग की भी सूचना है। पथराव में कोतवाल समेत चार अन्य पुलिसकर्मी और एक ग्रामीण घायल हो गए।
गंभीर रूप से घायल स्याना कोतवाल सुबोध सिंह को औरंगाबाद सीएचसी लाया गया, जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर डीएम, एसएसपी कई थानों की फ़ोर्स समेत डीआइजी मेरठ ज़ोन भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
एडीजी (कानून व्यवस्था) ने यह कहा
उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने कहा था कि लोगों ने शिकायत की थी कि मवेशियों का शव खेत में पाया गया है। जिसके बाद पुलिस द्वारा ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। परंतु, ग्रामीणों ने एक ट्रैक्टर पर शव लिया और मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया। बाद में उन्होंने घटना के विरोध में हिंसा की और पुलिस पर पथराव किया। जिसे रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया।
उन्होंने बताया कि पथराव में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। जबकि एक स्थानीय व्यक्ति सुमित को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी। जिसे मेरठ स्थित अस्पताल में एडमिट किया गया जहां उसकी मौत हो गई। युवक को किसने गोली मारी इसकी जांच की जा रही है।
स्त्रोत : अमर उजाला