फाल्गुन अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११४
मुंबई – एक राज्यके एक जनपदमें सनातनके दो साधकों एवं हिंदू जनजागृति समितिके दो कार्यकर्ताओंकी पुलिसद्वारा पूछताछ की गई ।
१. एक जनपदमें एक स्थानपर पति-पत्नी दोनों साधक हैं । पुलिस उनके घर गई, तब साधक पति-पत्नी घरपर नहीं थे । पुलिसने अपना झूठा परिचय देकर साधककी माताजीसे पूछताछ की । (ऐसी योजनाएं बनाकर यदि जिहादियोंकी पूछताछ की होती, तो अबतक भारतसे जिहादी आतंकवाद नष्ट हो गया होता ! – संपादक, दैनिक ‘सनातन प्रभात’)
२. इस जनपदमें अन्य एक स्थानपर पुलिस एक साधकके घर गए । साधक घरपर नहीं थे । इसलिए पुलिसने उनकी पत्नीसे साधकके विषयमें व्यक्तिगत प्रश्न किए एवं उसे पुलिस थानेमें भेजनेकी सूचना दी । इस अवसरपर पुलिसकर्मी अन्य एक साधकसे पूछताछ कर रहे थे ।
३. इसी जनपदके एक नगरमें पुलिसने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंकी दूरभाषपर पूछताछ की । पुलिस अधिकारीने समितिकी कार्यकारिणी है क्या इत्यादि प्रश्न पूछे । इस अवसरपर उन्होंने जनपदके अन्य कार्यकर्ताओंकी भी पूछताछ की ।
४. इसी जनपदमें सनातनके साधकके घर जाकर पुलिसने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंकी पूछताछ की । उस समय पूछताछके लिए आए पुलिस सिपाहीने साधककी पत्नीको हिंदू जनजागृति समितिसे संबंधित कार्यकर्ताओंके निवास एवं समितिकी कार्यकारिणीके सदस्योंके विषयमें जानकारी ली ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात