सावर्डे (जिला रत्नागिरी, महाराष्ट्र) : भारत में हिन्दू बहुसंख्यक होते हुए भी भारत हिन्दू राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता ? पुरे विश्व का विचार करने पर ध्यान में आता है कि अन्य देशों में जिस धर्म के लोग बहुसंख्यक होते हैं, उसी धर्म के रुप में वह देश पहचाना जाता है ! भारत में भी ऐसी ही स्थिती निर्माण होने के लिए सभी को संगठित रुप से कार्य करना आवश्यक है। यह गोवर्धन पर्वत हिन्दुओं का है। उसे अपनी अपनी लाठी लगाने का कर्तव्य हिन्दुओं का है ! स्वातंत्र्य प्राप्ति से लेकर आज तक हिन्दुओं को अत्याचार एवं अन्याय का ही सामना करना पड रहा है ! और ये समस्याएं दिन-ब-दिन बढती ही जा रही हैं ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुरेश लाड ने ऐसा प्रतिपादित किया।
तहसिल के शिरंबे, सडेवाडी में समिति की ओर से श्री. राजाराम मते के घर ग्रामबैठक का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर वे बोल रहे थे।
श्री. सुरेश लाड ने आगे कहा कि, ‘राष्ट्र एवं धर्म का कार्य करते समय ईश्वरीय आधार महत्चपूर्ण है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने कुलदेवी की उपासना कर आध्यात्मिक उन्नति के साथ हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की। कुलदेवी की उपासना से ही उनको भवानीमाता का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। इसलिए हम सभी अभी से ही अपनी कुलदेवी का नामस्मरण करेंगे ! इस समय उनके साथ सनातन संस्था के श्री. शिवराम बांंद्रे उपस्थित थे। इस बैठक का ६० से भी अधिक ग्रामवासियों ने लाभ उठाया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात