संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने के पहले अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक पेश करने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद रविवार को विशाल रैली आयोजित कर रही है।
धर्मसभा में आएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी भी शामिल हुए। उन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘राम मंदिर निर्माण से ही भविष्य का राम राज्य तय होगा ! अदालत को भी देश की भावनाएं समझनी चाहिए। देश राम राज्य चाहता है, भावनाओं का सम्मान हो। हम भीख नहीं मांग रहे हैं। लोगों की भावनाओं का सवाल है। न्यायालय का सम्मान करते हुए इंतजार किया। न्यायालय की प्रतिष्ठा बनी रहनी चाहिए !’
इस धर्म सभा के लिए जूना अखाड़ा पीठाधीश्वर महा-मंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज, श्रीजगन्नाथ पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य, गीता मनीषी महा-मंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद, युग पुरुष परमानंद, वात्सल्य ग्राम संस्थापक दीदी मां साध्वी ऋतंभरा, विश्व हिंदू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) विष्णु सदाशिव कोकजे और कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार सहित कई संत और जाने-माने लोग संबोधित करेंगे।
धर्मसभा को देखते हुए रामलीला मैदान से बाराखंभा रोड की क्रॉसिंग के बीच रंजीत सिंह रोड और राजघाट से देहली गेट के बीच जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर ट्रैफिक की एंट्री बंद रहेगी। इसके अलावा विवेकानंद मार्ग, कमला मार्केट गोल चक्कर, चमनलाल मार्ग जैसे रामलीला मैदान के आसपास के रास्तों पर भी ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा। डीटीसी और क्लस्टर की बसों को भी डायवर्ट किया जाएगा।
इस दौरान अजमेरी गेट की तरफ से नई देहली रेलवे स्टेशन जानेवालों को भी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसे देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एक्स्ट्रा टाइम लेकर चलने और मेट्रो का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
धर्मसभा में उठी आवाज- ‘मथुरा, काशी, अवधपुरी; हिंदू आस्था की है धुरी’
देहली के रामलीला मैदान में राम मंदिर निार्मण के लिए धर्मसभा का आयोजन किया गया था, लेकिन अयोध्या में राम मंदिर के साथ ही धर्मसभा में मथुरा और काशी के लिए भी आवाज़ें उठीं। आवाज़ के समर्थन में होर्डिंग भी लगे थे।
मंच से संतों के भाषण के दौरान कई बार रामलला के तंबू में होने और सरकार आते ही ५ मंजिला ऑफिस की इमारत तैयार होने पर भी तंज कसा गया। ये अलग बात है कि उस इमारत का नाम नहीं लिया गया।
सबके होंठो पर नाम है तो तंबू में क्यों राम हैं। ये नारा लिखा बैनर भी सभी को आकर्षित कर रहा था। हालांकि धर्मसभा के आयोजकों की ओर से लगाए गए इस बैनर में एक बड़ा सवाल था, जो अभी तक राम मंदिर का निर्माण न होने पर सवाल खड़ा कर रहा था।
स्त्रोत : न्यूज 18