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हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने तक सनातन का एक भी साधक शांति से नहीं बैठेगा ! – वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे, सनातन संस्था

मुलुंड में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा’ !

व्यासपीठ पर वैद्य उदय धुरी एवं दीपप्रज्वलन करती हुईं वैद्या श्रीमती दीक्षा पेंडभाजे

मुलुंड (मुंबई) : आज देश में हो रही धर्महानि को देखते हुए धर्मकार्य की नितांत आवश्यकता है। हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही आज हिन्दुओं के सामने खडी सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है, और ऐसे धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने तक सनातन का एक भी साधक शांति से नहीं बैठेगा ! सनातन संस्था की वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे ने ऐसा प्रतिपादित किया। मुलुंड के वामनराव मुरांजन माध्यमिक विद्यालय में १५ दिसंबर को हिन्दू जनजागृति समिति की ओंर से आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वो बोल रही थी। इस सभा में ८८ धर्माभिमानी उपस्थित थे।

इस अवसर पर वैद्य उदय धुरी ने कहा कि, विगत ७१ वर्षों में हमारी संस्कृति, शिक्षाप्रणाली, तीर्थयात्रा, धार्मिक स्थल आदि पर आक्रमण हुए हैं। सरकार मंदिर सरकारीकरण के माध्यम से बडे मंदिरों को अपने नियंत्रण में लेकर वहां की संपत्ति का अपने मनगढंत पद्धति से उपयोग कर रही है। आज राम मंदिर के निर्माण के लिए १०० कोटि हिन्दुओं को १८ कोटि मुसलमानों के सामने हाथ फैलाने पड रहे हैं। मुलुंड के इंदिरानगर एवं मेहुल इन क्षेत्रों में खुलेआम धर्मांतरण हो रहा है। उसके लिए धर्मांतरण बंदी एवं जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने चाहिए। इसके लिए धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना आवश्यक है !

प्रतिसाद !

सभा के पश्चात संपन्न बैठक में धर्माभिमानियों ने बालसंस्कार वर्ग आरंभ करने की, साथ ही उनके क्षेत्र में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा के आयोजन में सहभागी होने की इच्छा व्यक्त की !

सहयोग

वामनराव मुरांजन माध्यमिक विद्यालय के २०० छात्रों ने समिति की ओंर से लगाई गई क्रांतिकारियों के चित्रों की प्रदर्शनी का लाभ उठाया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती नलिनी चितळे ने विद्यालय का सभागार उपलब्ध कराया, साथ ही मुलुंड के डेकोरेटर श्री. चंद्रकांत माळी ने सामग्री देकर सहयोग किया।

उपस्थित मान्यवर

इस सभा में श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. सचिन केळुस्कर, शिवसेना के मुलुंड शाखाप्रमुख श्री. नीलेश मोरे एवं श्री. अमोल संसारे उपस्थित थे। भाजपा के स्थानीय पार्षद श्री. प्रकाश गंगाधरे ने भी सभा का अवलोकन किया।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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