- उत्तर प्रदेश के रायबरेली में मंदिर के पुजारी की हत्या, मंदिर के गेट पर लटकाया शव
- मंदिर की बेशकीमती जमीन को लेकर विवाद की आशंका, भू-माफिया पर शक
- गुस्साए लोगों ने आरोपी बीएन मौर्या के डिग्री कॉलेज पर हमला बोल मचाई तोड़फोड़
- मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए किया लाठीचार्ज
रायबरेली : उत्तर प्रदेश के रायबरेली में राम जानकी मंदिर के पुजारी की बदमाशों ने हत्या करके शव मुख्य गेट पर लटका दिया। सुबह जब ग्रामीणों ने शव को देखा तो सनसनी फैल गई ! हजारों की तादाद में लोग घटनास्थल पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अडी भीड को समझाने कमिश्नर अनिल गर्ग और आईजी सुजीत पांडेय को मौके पर आना पड़ा ! कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देने के घंटों बाद शव को नीचे उतारा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में कई बार झड़प भी हुई।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग मजरे के बाबा का पुरवा गांव में राम जानकी मंदिर स्थित है। मंदिर के कार्यभार पुजारी बाबा प्रेमदास देख रहे थे। कहा जा रहा है कि मंगलवार रात मंदिर में घुसे बदमाशों ने बाबा प्रेमदास की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को मंदिर के मुख्य द्वार पर रस्सी से लटका दिया।
अधिकारियों ने शव को नीचे उतारने का प्रयास किया तो वहां मौजूद भीड़ से उनकी झड़प हो गई। इसी बीच अमेठी के सगरा पीठाधीश्वर बाल योगी मौनी महाराज भी मौके पर पहुंचे और सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग रखी।
सगरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज की तहरीर पर मंदिर की जमीन कब्जा करनेवाले बीएन मौर्या और तीन अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
भीड ने आरोपी के कॉलेज पर बोला धावा
पुजारी की मौत से नाराज भीड़ ने आरोपी बीएन मौर्या के पंचशील डिग्री कॉलेज पर धावा बोल दिया। लाठी-डंडों से कॉलेज में तोड़फोड़ की। कॉलेज के दरवाजे को फूंक दिया गया, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस लाठीचार्ज में कई लोग बुरी तरह जख्मी भी हुए हैं !
मंदिर की बेशकीमती जमीन पर भू-माफियाओं की नजर
लखनऊ-प्रयागराज हाइवे पर मंदिर की बेशकीमती जमीन है। मंदिर की करीब ११ बीघे जमीन पर बीएन मौर्या का कब्जा है। इसे लेकर यहां के पुजारियों से लगातार विवाद होता रहा है। मंदिर के पूर्व महंत बाबा सत्यनारायण दास की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। मौजूदा पुजारी मृतक प्रेमदास ने मुकदमा दर्ज करवाया था। आरोप है कि तब से ही उन्हें जान से मारने की धमकी बीएन मौर्या की तरफ से दी जा रही थी ! अभी कुछ दिन पहले ही जमीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद मृतक प्रेमदास ने सगरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज को उत्तराधिकारी घोषित किया था !
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स