अमृतसर (पंजाब): पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय कैदियों के साथ खुफिया एजेंसी आइएसआइ के अधिकारी अमानवीय व्यवहार करते हैं। उन पर न सिर्फ जुल्म ढाए जाते हैं बल्कि ‘रॉ’ का एजेंट कहकर उनके शरीर से खून निकालकर खूंखार कुत्तों को पिलाया जाता है। यही नहीं खूंखार कुत्ताें को खुला छोड़कर भारतीय कैदियों को कटवाया जाता है। तीन वर्ष तक टॉर्चर सेलों में रखकर प्रतिदिन करंट लगाकर बेदर्दी से पीटा जाता है। खाने में नामर्दानगी की दवा दी जाती है।
यह दर्दभरी दास्तां सुनाई पाकिस्तान से शनिवार रात अटारी पहुंचे 40 भारतीय कैदियों ने। इनमें 35 मछुआरे शामिल हैं। तीन कैदी पागल हो चुके हैं और वे अपने घर का पता बताने तक से असमर्थ हैं। पाक द्वारा रिहा किए गए कश्मीर के जिला कुपवाड़ा के रहने वाले मुबारक हुसैन शाह ने बताया कि वह 12 साल बाद रिहा होकर वतन लौटा है। रावलपिंडी जेल में बिताए क्षणों को याद करते हुए शाह ने कहा कि वहां पर कई बार उसके शरीर से खून निकाला गया। खून जेल के खूंखार कुत्तों को पिला दिया जाता था। बाद में यही कुत्ते उस पर छोड़ दिए जाते थे। शाह ने बताया कि उसकी टांग भी काट दी गई थी।
स्रोत : जागरण