मकर संक्रांति के अवसर पर जबलपुर (मध्यप्रदेश) में आयोजित ‘मकर संक्रमण व्याख्यानमाला’
जबलपुर (मध्यप्रदेश) : मकर संक्रांति के अवसर पर यहां के दत्तमंदिर में आयोजित ‘मकर संक्रमण व्याख्यानमाला’ को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सदगुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने ऐसा प्रतिपादित किया कि, वर्तमान में मनुष्य केवल सुख प्राप्ति हेतु प्रयासरत है; परंतु भौतिकतावादी इस विश्व में सर्वोच्च आनंदप्राप्ति होना असंभव है ! इसके लिए साधना करनी पडती है। साधना से ही मनुष्य की आध्यात्मिक उन्नति होती है एवं उसे जीवन का सर्वोच्च आनंद मिल सकता है !
इस अवसर पर डॉ. नितीन आडगावकर, श्री. अभय गोरे, डॉ. जीतेंद्र जामदार, डॉ. सारिका ठोसर, श्री. उदय परांजपे एवं श्री. विनायक आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का सूत्रसंचालन श्रीमती अर्चना गणोरकर ने किया। कार्यक्रम स्थल पर सनातन संस्था की ओर से सात्विक उत्पाद एवं ग्रंथ की प्रदर्शनी लगाई गई थी। इस प्रदर्शनी को जिज्ञासुओं का उस्फूर्त प्रतिसाद मिला !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात