पांडव, द्रौपदी तथा गांधारी का घोर अनादर
नागपुर (महाराष्ट्र) स्थित सुरुचि मसाले नामक आस्थापन विविध मसालों का उत्पादन कर उसे मार्केट में बेचती है । अपने इन मसालों का समाज में प्रचार करने हेतु आस्थापन ने एक विज्ञापन निकाला है जिसे उनके अधिकृत यू-ट्युब चैनल पर अपलोड किया गया है ।
इस विज्ञापन में कंपनी ने महाभारत का दृश्य दिखाया गया है जिसमें पांडवों के लिए खाना पकानेवाली वाली द्रौपदी इसलिए परेशात होती है कि, पांचों पांडवों को खाने में अलग अलग स्वाद चाहिए होता है । इसलिए हर एक के लिए अलग-अलग मसालों का उपयोग करना पडता है । इसके बाद गांधारी वहां आती है और वो कहती है कि, ‘मै तो १०० लोगों (कौरवों) के लिए बनाती हूं और मुझे कोई चिंता नहीं होती ।
इसपर द्रौपदी पुछती है, आप कौनसा मसाला उपयोग में लाते हों, तो गांधारी कहती है सुरुचि मसाले का कमाल है ये ! यह सभी दृश्य काव्यात्मक पद्धति से नाचते हुए दिखाए गए है । महाभारत के पात्रों के मुंह से ऐसे शब्द दिखाकर मानव से तुलना करना यह हिन्दू धर्म का घोर अपमान ही है । महाभारत यह हिन्दुओं के लिए एक पवित्र श्रद्धा है । इस विज्ञापन के कारण करोडों हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुरइ है ।
हिन्दू जनजागृति समिति धर्माभिमानी हिन्दुओं से मांग करती है कि, वे इस विज्ञापन का वैध मार्ग से विरोध कर संबंधित आस्थापन को यह विज्ञापन हटाने के लिए विवश करें और जाहीर क्षमा मांगे !
धर्माभिमानी हिन्दू निम्न पतेपर अपना विरोध दर्ज कर रही है :
सुरुचि मसाले, नागपुर
Email : [email protected]
संपर्क क्रमांक : 07109278371 , 07109278 666
Twitter : https://twitter.com/SuruchiSpicesIN
Facebook : https://www.facebook.com/SuruchiSpicesPvtLtd/