चाईबासा पुलिस को झारखंड-ओडिशा बॉर्डर में पशु तस्करी के विरोध में बडी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने गुप्त सुचना के आधार पर १३० गोवंशीय पशुधन को बरामद किया है। इस दौरान पशुओं को तस्करी कर ले जा रहे १० तस्करों को भी पुलिस ने रंगे हाथ मौके से गिरफ्तार कर अंतरराज्यीय पशु तस्कर गिरोह का खुलासा किया है। बरामद पशुओं के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया है। पशुओं के शरीर को गर्म सलाखों से सुराख़ बनाने के निशान पाए गए हैं, ताकि पशु की पहचान तस्कर के द्वारा की जा सके।
चाईबासा पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जिले के तांतनगर थाना क्षेत्र के ओडिशा-झारखंड बॉर्डर में बडे मात्रा में पशुओं की तस्करी हो रही है। इस सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशनुसार सदर एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने पुलिस टीम के साथ तांतनगर के ओडिशा-झारखंड बोर्डर पर नाकेबंदी की। उसी दौरान १३० गोवंशीय पशुओं को तस्करों के द्वारा ओडिशा ले जाते हुए पकडा। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए १० पशु तस्करों को मौके से गिरफ्तार कर लिया जबकि कई तस्कर जंगल का फायदा उठाते हुए भागने में सफल हुए।
एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने बताया कि इन पशुओं को तस्करों ने कई ईलाकों से चुराया भी है। तस्करों के द्वारा इन पशुओं को झारखंड के रास्ते पडोसी राज्य बंगाल के कत्लखानों तक भेजा जाना था। यही नहीं ओडिशा में भी इनमें से कुछ पशु जाने थे। गिरफ्तार पशु तस्करों से पुलिस की पूछताछ जारी है। पुलिस ने उनसे मौके से भागने वाले साथियों के नाम-पते मालूम किए हैं। पुलिस का दावा है कि वह भी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे। छापे में अंचल निरीक्षक प्रवीण कुमार, थाना प्रभारी तांतनगर एवं जिला पुलिस के बडी संख्या में सैनिक शामिल रहे।
स्त्रोत : न्युज १८