साधकों को सूचना तथा पाठक, हितचिंतक और धर्मप्रेमियें से विनम्र अनुरोध !
‘अयोध्या में समस्त हिन्दुआें की श्रद्धा के केंद्र श्रीरामजी का भव्य मंदिर बने; इसके लिए विविध स्थानों पर आंदोलन चलाए जा रहे हैं । राममंदिर के निर्माण हेतु सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, न्यायालयीन आदि विविध स्तरों पर अनेक प्रयास किए जाने के पश्चात भी विगत ४९० वर्षों से यह प्रश्न लंबित ही रह गया है । अतः इसके लिए अब साक्षात श्रीरामजी से ही मनौती मांगने की स्थिति आ गई है !
१. अयोध्या में राममंदिर का निर्माण हो; इसके लिए ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान चलाया जाना
‘समर्थ रामदास स्वामीजी ने कहा है, ‘सामर्थ्य आहे चळवळेचें । जो जो करील तयाचें । परंतु येथें भगवंताचें । अधिष्ठान पाहिजे ॥’(दासबोध, दशक २०, समास ४, श्लोक २६) उसके अनुसार राममंदिर निर्माण हेतु आध्यात्मिक स्तर पर प्रयास कर श्रीरामजी की कृपा प्राप्त हो; इस दृष्टि से हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ८ से १० जनवरी २०१९ की कालावधि में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान चलाया गया । महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तमिलनाडू, गुजरात एवं उत्तर प्रदेश इन ६ राज्यों में २६५ स्थानों पर यह अभियान चलाया गया । इस अभियान में हिन्दुत्वनिष्ठ, धर्मप्रेमी, समविचारी संगठन, संप्रदाय आदि ने उत्स्फूर्त सहभाग लिया ।
२. अभियान के समय उपस्थित श्रद्धालुआें द्वारा सामूहिक नामजप और प्रार्थनाएं की जाना
इस अभियान में विविध स्थानों पर सहस्रों श्रद्धालुआें ने भाग लिय ा। उन्होंने प्रभु श्रीरामजी के चरणों में ‘राममंदिर के निर्माण में आ रही सभी बाधाएं दूर हों’, यह सामूहिक प्रार्थना की । इस अभियान के अंतर्गत भारतवर्ष के २५० स्थानों पर सामूहिक नामजप किया गया, तो १० स्थानों पर आंदोलन और ५ स्थानों पर नामफेरियों का आयोजन किया गया ।
३. २८ एवं २९ जनवरी को भी यह अभियान चलाएं !
२९.१.२०१९ को सर्वोेेच्च न्यायालय में राममंदिर के संदर्भ में अगली सुनवाई होगी । अतः २८.१.२०१९ को दिनभर, साथ ही २९.१.२०१९ को सुबह ६ से १० की कालावधि में उपर्युक्त अभियान चलाएं । साधक एवं कार्यकर्ता अपने संपर्क के संगठन, संप्रदाय, हिन्दुत्वनिष्ठ, धर्मप्रेमी और हितचिंतकों को इस अभियान में सम्मिलित होने का आवाहन करें ।
४. अभियान चलाते समय ध्यान में लेनेयोग्य सूत्र
अ. इस अभियान के समय श्रद्धालु अपने परिसर में निकट के श्रीराम, हनुमान अथवा अन्य मंदिर में ‘श्रीराम जय राम जय जय राम ।’ का सामूहिक नामजप करें ।
आ. इस नामजप का ऑडियो https://www.sanatan.org/mr/audio-gallery पर उपलब्ध है । अभियान के स्थान पर इस नामजप का ऑडियो चलाकर रखें तथा उसके अनुसार वहां उपस्थित श्रद्धालुआें को नामजप करने के लिए कहें ।
अभियान हेतु एकत्रित प्रत्येक श्रद्धालुआें को पोस्टकार्ड पर निम्नलिखित आशय का पत्र लिखने के लिए कहें, ‘सर्वोच्च न्यायालय को राममंदिर का प्रश्न प्रधानता देनेयोग्य नहीं लगता; परंतु हमारे लिए यह प्रश्न प्रधानता का है । कृपया इस प्रकरण की सुनवाई शीघ्र हो ।’ श्रद्धालु अपनी मातृभाषा में लिखे गए पत्रों को सर्वोच्च न्यायालय को भेजें ।
इ. अभियान स्थल पर एकत्रित श्रद्धालुआें के छायाचित्र खींचे अथवा २ मिनटों का चलचित्र (वीडियो) बनाएं । इन छायाचित्रों को और चलचित्रों को ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (@narendramodi) तथा हिन्दू जनजागृति समिति (@HinduJagrutiOrg) इन खातों पर टैगकर भेजें । टैग करते समय #RamNaamForRamMandir इस हैशटैग का उपयोग करें ।
ई. अभियान में उपस्थित श्रद्धालुआें से ‘सप्ताह में एक दिन श्रीरामजी के लिए’, ‘रामराज्य के लिए’ और ‘हिन्दू राष्ट्र के लिए’ का आवाहन किया जा सकता है ।
५. अभियान का प्रसार करना
५ अ. सामाजिक संकेतस्थलों के माध्यम से अभियान की जानकारी सभीतक पहुंचाना : सामाजिक संकेतस्थलों (सोशल मीडिया) के माध्यम से शासन, प्रशासन, साथ ही भाविकों तक इस अभियान की जानकारी पहुंचाएं । न्यायालय में जिस दिन राममंदिर की सुनवाई होगी, उस दिन #RamNaamForRamMandir हैशटैग का उपयोग कर अधिकाधिक ट्विट करें ।
५ आ. अगला सामूहिक नामजप कौनसे दिन है ?, इसे फलक पर लिखकर अथवा कपडे के फलक पर छापकर मंदिरों में लगाएं और इस माध्यम से श्रद्धालुआें को इस अभियान में सहभागी होने का आवाहन करें ।
राममंदिर के निर्माण में लगा विलंब अक्ष्यम्य एवं गंभीर है । ‘न्यायतंत्र हिन्दुआें के साथ न्याय करेगी’, ऐसी स्थिति नहीं है । अतः अब श्रद्धालुआें के लिए राममंदिर निर्माण हेतु क्रियाशील होने का समय आ गया है । इसलिए संपूर्ण देश के सभी आध्यात्मिक संगठन, संप्रदाय, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन, रामभक्त एवं धर्मप्रेमी अपने क्षेत्रों में ‘श्रीरामनाम संकीर्तन अभियान’ प्रधानता लेकर चलाएं ।
हिन्दू भाईयों, राममंदिर निर्माण के साथ ही हिन्दू राष्ट्र-जागृति की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण ‘श्रीरामसंकीर्तन अभियान’ के माध्यम से हिन्दू एकता की वज्रमूट्ठी को सशक्त बनाएं ! न्यायालय में राममंदिर के संदर्भ में होनेवाली प्रत्येक सुनवाई के समय इस अभियान को चलाकर श्रीरामजी की अधिकाधिक कृपा संपादन करें !’