मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
इराक की एक यूनिवर्सिटी से 40 किलो यूरेनियम की चोरी के मद्देनजर आईएसआईएस के पास एक खतरनाक बम होने का अंदेशा जताया गया है. ‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकवादियों ने अपने पास खतरनाक उपकरण होने का दावा सोशल मीडिया पर किया है. एक ने तो यहां तक कहा है कि वह इससे लंदन में कहर बरपाएंगे. मोसूल विश्वविद्यालय से चार महीने पहले रेडियोएक्टिव केमिकल की चोरी हो गई थी.
पश्चिमी देशों को धमकी देने वालों में से एक ब्रिटिश नागरिक हमायूं तारिक है, जो ब्रिटेन स्थित अपने घर से 2012 में भाग गया था. यह विस्फोटकों का जानकार है. मुस्लिम-अल-ब्रिटानी उपनाम का प्रयोग करते हुए उसने ट्वीट किया, ‘आईएस के पास एक खतरनाक बम है. हमें मोसूल विश्वविद्यालय से कुछ रेडियोएक्टिव पदार्थ मिला था.’
इसके अलावा, अन्य जेहादियों ने भी एक विध्वंसकारी बम बना लेने का दावा किया है. सुन्नी जेहादी संगठन के इस तरह के दावे से इराक, सीरिया तथा दुनिया के अन्य भागों में आईएस से मुकाबला कर रहे सुरक्षा बलों की चिंताएं बढ़ेंगी.
यूएन में इराक के राजदूत मोहम्मद अली अलहाकिम ने महासचिव बान की-मून से कहा, ‘आतंकवादी गुटों ने राज्य के नियंत्रण से बाहर के स्थल से न्यूक्लियर पदार्थ को अपने कब्जे में ले लिया है. इसका इस्तेमाल व्यापक जनसंहार के लिए किया जा सकता है.’
यदि जेहादियों का उनके पास खतरनाक बम होने का दावा सच है, तो वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जीतने में अमेरिका और उसके सहयोगियों को दिक्कतें पेश आ सकती हैं.
स्रोत : आज तक