उत्तर प्रदेश के महोबा में ३१ अगस्त को पीर बाबा के उर्स में १३ गांवों के लोगों को आमंत्रित किया गया। उर्स का यह मेला चरखारी कोतवाली के सालट गांव में पिछले ६ साल से लगता आया है। यह हिन्दू-बहुल क्षेत्र है और इस समारोह में आस-पास के मुसलमानों के साथ-साथ हिन्दू भी बडी संख्या में भाग लेते आए हैं। लेकिन इस बार का आमंत्रण प्रसाद के नाम पर मांसाहारी बिरयानी परोसने के कारण विवाद का रूप ले लिया।
गांव के बाहर बनी पीर बाबा की मजार पर उर्स के आयोजन में हिस्सा लेने आए हिन्दुओं को धोखे से मांसाहारी बिरयानी खिलाई गई, वो भी प्रसाद के नाम पर। न तो प्रसाद बाँटने वाले ने, न ही प्रसाद बनवाने वाले ने यह घोषणा कि बिरयानी में भैंसे का मांस मिला हुआ है। ऐसी स्थिति में हिन्दू श्रद्धालु भी धोखे में बिरयानी को प्रसाद समझ खाने लगे। जब उन लोगों को खाने के दौरान मांस और हड्डियाँ मिलीं तो बवाल हुआ।
इस मामले में २३ नामजद समेत ४३ लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई गई है। कल्लू, शहादत, छुट्टन, रमजान, रशीद, मुन्ना, पप्पू, मजीद, नजीर, कमरुद्दीन, हजरत, बशीर, राजू, अंसार, अकरम, साबिर, शरीफ, समीम, यूनुस, यूसुफ, भूरा और मुन्ना के खिलाफ FIR दर्ज की गई। इसके अलावा २० अज्ञात लोगों के खिलाफ भी धोखाधडी सहित कुछ अन्य धाराओं में रिपोर्ट हुई है।
कल्लू काजी ने आमंत्रित किया था लोगों को
उर्स में शामिल होने के लिए कल्लू काजी ने ही आस-पास के १३ गांव वालों को आमंत्रित किया था। धोखा खाए लोगों का आरोप है कि कल्लू काजी ने ही धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड कर प्रसाद के नाम पर धोखे से भैंसे की बिरयानी खिला दी। जब लोगों को इस बारे में पता चला और बवाल हुआ तो पंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में कल्लू काजी ने लोगों को गंगा स्नान कराने और शुद्धिकरण के लिए ५०,००० रुपए देने का वादा किया।
विधायक के आने पर FIR
पंचायत के फैसले से असंतुष्ट कुछ लोग इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक के पास चले गए। इसके बाद विधायक ब्रजभूषण राजपूत गांव पहुँचे और आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
भारतीय दंड संहिता के १५३ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, सद्भाव के खिलाफ पूर्वग्रहपूर्ण कार्य करने संबंधी) २९५ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों, इरादों द्वारा किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को या उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के संबंध में), ४२० (धोखाधडी और बेईमानी) और ५०६ (आपराधिक धमकी) के तहत FIR किया गया है।
मजार में महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण
विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने आरोप लगाया कि सालट गांव के बाहर बनी पीर बाबा की मजार फर्जी है। उन्होंने कहा कि यहाँ झाड-फूँक के नाम पर महिलाओं का शारीरिक शोषण किया जाता है। उन्होंने माँग किया कि भैंसे की मांस वाली बिरयानी खिलाकर हिन्दुओं की भावनाओं के साथ जो खिलवाड की गई है, उसकी जाँच के साथ-साथ इस मजार के नाम पर चल रहे फर्जीवाडे की भी जाँच होनी चाहिए।
स्त्रोत : ऑपइंडिया