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प्रयागराज (कुंभनगरी) : सातारा के तीर्थक्षेत्र आदिमठ संस्थान धारेश्वर मठ के श्री.ष.ब्र.प्र.१०८ आदिश्वर नीलकंठ शिवाचार्य महास्वामी धारेश्वर महाराज ने ३१ जनवरी को कुंभनगरी के सनातन संस्था की ग्रंथप्रदर्शनी तथा हिन्दू जनजागृति समिति की धर्मशिक्षण फलकप्रदर्शनी को भ्रमण किया । उस समय उन्होंंने यह प्रतिपादित किया कि, ‘वर्तमान में स्वतंत्रता स्वैराचार की ओर मुड जाने के कारण अनेक अनर्थ घट रहे हैं । राष्ट्र एवं धर्म का कार्य सफलता से हो, इसलिए यह अनिष्ट प्रवृत्ति नष्ट होनी चाहिए ।’ सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने महाराज का आदर किया । उस समय संस्था के धर्मप्रसारक श्री. अभय वर्तक भी उपस्थित थे ।
श्री.ष.ब्र.प्र.१०८ आदिश्वर नीलकंठ शिवाचार्य महास्वामी धारेश्वर महाराज ने आगे बताया कि, ‘‘हिन्दु धर्म में भक्ति मानव तथा दानवों को भी ईश्वर बनाती है । ऐसी पवित्र धर्मपरंपरा माननेवाले इस देश में निवास कर रहे हैं । अपितु दुर्भाग्य की बात यह है कि, इस देश को ‘हिन्दु राष्ट्र’ माना नहीं जाता । शिव, शक्ति, सौर, गाणपत्य, वैष्णव ये सभी अपनी-अपनी देवताओं की पूजा कर राष्ट्र के प्रति अपना भाव समर्पित करते हैं । ‘नामजप-ध्यान करने से अंतर्मन कैसे शुद्ध होता है’, ‘गंगामाता की रक्षा किस प्रकार करें ?’, साथ ही राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के बारे में भी इस प्रदर्शनी के माध्यम से अनेक लोगों का ज्ञान प्राप्त हो रहा है ।’’