प्रयागराज कुंभपर्व में संत-महंतों द्वारा सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित प्रदर्शनी के अवलोकन के पश्चात व्यक्त किए गए गौरवोद्गार !
प्रयागराज (कुंभनगरी, उत्तर प्रदेश) : हिन्दू जनजागृति समिति की धर्मशिक्षा फलक प्रदर्शनी के माध्यम से धर्मशास्त्र की जानकारी दी जा रही है । सभी को इस प्रदर्शनी का अवलोकन कर उसके अनुसार अपने बच्चों को संस्कारित करना चाहिए । मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित निरंजनी अखाडे की श्री श्री १००८ महामंडलेश्वर स्वामी मंदाकिनी महाराज ने १३ फरवरी को ऐसा प्रतिपादित किया । १३ फरवरी को सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कुंभनगरी में लगाई गए ग्रंथ एवं धर्मशिक्षा फलक प्रदर्शनियों के पश्चात वे ऐसा बोल रही थीं ।
इस अवसरपर ६९ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त सनातन की साधिका श्रीमती सुनीता खेमका ने उन्हें माल्यार्पण कर तथा ग्रंथ भेंट कर सम्मानित किया । इस समय समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्यों के समन्वयक श्री. सुनील घनवट भी उपस्थित थे । स्वामी मंदाकिनी महाराज ने आगे कहा, ‘‘इस प्रदर्शनी को देखकर बहुत संतोष हुआ । यहां अनेक लोग पैसे, भोजन, वस्त्र और औषधियों का दान दे रहे हैं; किंतु इस प्रदर्शनी में धर्मशास्त्र की जानकारी देकर धर्मज्ञान दिया जा रहा है । जीन्स अथवा सलवार-सूट महिलाआें के वास्तविक वस्त्रप्रावरण नहीं हैं; किंतु साडी ही महिलाआें का वास्तविक वस्त्रप्रावरण है । जन्मदिवस के दिन मोमबत्ती जलाकर उसपर फूंक मारना अशुभ होता है । इस दिन दीप जलाकर आरती उतारनी चाहिए, जिससे कि संस्कार क्या होते हैं, यह बच्चों की समझ में आएगा ।’’