जमशेदपुर (झारखंड) : पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आतंकी आक्रमण में हमारे ४२ सैैनिक वीरगति को प्राप्त हुए । भारतीय राज्यकर्ताआें को अब देश की संप्रभुता को चुनौती देनेवाले तथा विश्व में भारत को अपकीर्त करनेवाले पाकिस्तान का मुंहतोड उत्तर देना चाहिए और यही समय की मांग है । अब और कितने सैनिक वीरगति को प्राप्त होने के पश्चात भारतीय राज्यकर्ता नींद से जग जाएंगे ? केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव के कारण इस प्रकार सैनिकों की बलि चढ रही हो, तो आनेवाले भविष्य में सैनिकों सहित संपूर्ण देश में ही अस्थिरता का वातावरण बनने में समय नहीं लगेगा । अतः आतंकवाद का केंद्र बने पाकिस्तान के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही कर उसे मिटा देना चाहिए । पुलवामा आक्रमण के विरुद्ध यहां आयोजित आंदोलन में राष्ट्रप्रेमियों ने यह मांग की । इस आंदोलन में जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र के श्री. जयप्रकाश ओझा, जमशेदपुर ब्राह्मण समुदाय के श्री. अरुण तिवारी, स्वदेशी जागरण मंच के श्री. कृष्णा चौधरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. आशुतोष पांजा, अधिवक्ता श्री. अखिलेश सिंह, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आलोक पांडे तथा अन्य राष्ट्रप्रेमी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।
इस आंदोलन के पश्चात राष्ट्रप्रेमियों ने प्रधानमंत्री के नाम से पूर्व सिंहभूम जनपद के वरिष्ठ अधिकारी सुबोधकुमार को उपर्युक्त मांगों का ज्ञापन सौंपा ।