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‘‘इसके बाद राज्यमें प.पू.आसारामबापूके कार्यक्रमोंको अनुमती नहीं दी जाएगी !’’ – रा.रा.पाटील

फाल्गुन शुक्ल १०, कलियुग वर्ष ५११४

आझाद मैदानमें उत्पात मचानेवाली रझा अकादामिके विरोधमें रा.रा.पाटील क्या कभी ऐसा कह सकते ?

महाराष्ट्रके  मुसलमानप्रेमी कांग्रेसके संयुक्त (आघाडी) शासनके  गृहमंत्री रा.रा.पाटीलद्वारा किया गया विधान ‘‘ इसके बाद राज्यमें प.पू.आसारामबापूके कार्यक्रमोंको अनुमती नहीं दी जाएगी !’’

नवी मुंबई  – ऐरोलीमें प.पू.आसारामबापूके सत्संगका वृत्तसंकलन करने हेतु गए संवाददाताओंको हुई मारपीटके विषयमें रबाळे पुलिस थानाकी पुलिसने २३ श्रध्दालुओंको हथकडियां लगाई । ( केवल मारपीट करनेपर २३ श्रध्दालुओंको तुरंत हथकडी लगानेवाली महाराष्ट्र पुलिस ; मुंबईके आझाद मैदानपर तथा धुलेके दंगोंमें सहभागी धर्मांध मुसलमानोंको कई महिनोंके पश्चात भी हथकडीं नही लगाई जा सकती ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) इस मारपीटकी निर्भत्सना करने हेतु नवी मुंबईके संवाददाताओंके प्रतिनिधी मंडलने गृहमंत्री रा.रा.पाटीलसे १९ मार्चको भेंट की; तथा प.पू.आसारामबापूपर कार्यवाही करनेकी मांग की । ( कोल्हापूरमें इज्तेमाके लिए १० लाख लिटर पानिका अपव्यय करनेके विरोधमें एकभी राजनैतिक पक्षने तथा प्रसिध्दिमाध्यमोंने कुछ नहीं किया; किंतु हिंदुओंके संतोंका विरोध तत्काल किया गया । इस विरोधसे संतप्त हुए श्रध्दालुओंके उद्रेकका नई मुंबईके जागृत पत्रकारोंने तत्काल निषेध किया । किंतु इन्हीं पत्रकारोंने मुंबईके आझाद मैदानपर धर्मांध मुसलमानों द्वारा जो दंगे किए गए ,जिसमें अमर्याद हानि भी हुई ; उस घटनाके विरोधमें रा.रा.पाटीलजीके पास जाकर कोई विवाद खडा नहीं किया । इससे यहीं बात सामने आती है कि पत्रकार  धर्मांध मुसलमानोंद्वारा की गई  मारपीट सह सकते हैंकिंतु , हिंदु श्रध्दालुओंका उद्रेक उनसे सहा नहीं जाता । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) इस घटनाकी पूछताछ पुलिस उपायुक्तपदके अधिकारियों द्वारा  की जाएगी । रा.रा.पाटीलजीने सूचित किया कि, इसके पश्चाता प.पू.आसारामबापूके किसी भी कार्यक्रमको पुलिस अनुमती नहीं देगी।  ( हिंदूद्वेषी गृहमंत्री ! आझाद मैदानके दंगेमें ८ महिला पुलिस कर्मचारियोंका धर्मांध मुसलमानों द्वारा अत्यंत निंदनीय पध्दतिसे विनयभंग किया गया । उसके विरोधमें कोई भी कठोर कदम न उठा सकनेवाले असमर्थ गृहमंत्री; हिंदुओंके सहिष्णू संतोंके कार्यक्रमपर बंदी लगानेकी बात करते है,। इसका हिंदुओं द्वारा वैध मार्गसे निषेध कर उन्हें खरी-खोटी सुनाना चाहिए । बहुत सारी अर्जियां आनेके बावजूद हिंदूद्वेष्टे म.फि.हुसेन एवं डॉ.झाकीर नाईकपर कार्यवाही न करनवाले पाटील, संतोंके विरोधमें तत्काल कृती करनेके लिए तैयार हो जाते हैं । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

ऐरोलीके पटणी आस्थापनके मैदानपर प.पू. आसारामबापू उनके सहस्रोभक्तजनोंसमवेत होली खेलें, तो उस समय पानिका अपव्यय हो रहा है, यह बताकर भारिपके कार्यकर्ताओंने निषेध कर मोर्चा निकाला । इन कार्यकर्ताओंको वहांसे भगानेके लिए श्रध्दालुओंने उन्हें मारपीट की । इस घटनाका वृत्तांकन एवं छायाचित्रण करनेवाले पत्रकारोंको तथा छायाचित्रकारोंको भी मारपीट की गई थी ।

स्त्रोतदैनिक सनातन प्रभात

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