- ईसाईयों की धर्मांतर के लिए नई युक्ति !
- हिन्दुआें, हिन्दू परंपरा में विद्यमान विविध बातों का उपयोग कर ईसाई पंथ के प्रसार का तथा उस माध्यम से धोखे से आपके धर्मांतर की ईसाईयों के धूर्त ईसाईयों का षड्यंत्र जान लें !
नासिक : यहां कुछ दिन पूर्व चर्च ऑफ दि नाजरीन के सहयोग से तथाकथित महाराज जॉन राईबोले के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । इस कार्यक्रम को ‘जॉन राईबोले का भव्य कीर्तन’ नाम दिया गया था । नगर में इस कार्यक्रम के बडे फलक लगाए गए थे । इन फलकों पर ‘जो कोई प्रभु ईसा मसी का नाम लेकर उसके १०वें दिन की विधि करेगा’, उनका उद्धार होगा, इस आशय का लेखन लिखा गया था । (मृत्यु के १०वें दिन की जानेवाली विधि, तो हिन्दू धर्म का भाग है । ईसाई कब से यह विधि करने लगें ? हिन्दुआें के धर्मांतरण के लिए ढूंढ निकाली गई ये नई-नई युक्तियां हैं, इसे न पहचानें, इतने हिन्दू मूर्ख नहीं हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस फलक पर एक ईसाई व्यक्ति किसी हिन्दू कीर्तनकार की भांति वेशभूषा कर और वह कीर्तन कर रहा है, ऐसा दिखाया गया था । कुछ हिन्दुत्वनिष्ठों ने इन फलकों पर ‘महाराज’ एवं ‘कीर्तन’ इन शब्दों का उपयोग किए जाने से यह हिन्दू धर्म का आधार लेकर किया गया धर्मांतरण का षड्यंत्र है, यह शंका व्यक्त की है । हिन्दुत्वनिष्ठों ने यह आवाहन किया है कि नासिक में ईसाईयों द्वारा हिन्दुआें के धर्मांतरण की घटनाएं बढने से हिन्दू सतर्क रहकर वैधानिक पद्धति के इस षड्यंत्र को उजागर करें ।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात