यवतमाल (महाराष्ट्र) में संपन्न राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में राष्ट्रप्रेमियों की मांग !
यवतमाल : विगत कुछ वर्षों में देशभर में विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के नेताओं पर प्राणघातक आक्रमण करना, उनपर नजर रख कर अथवा उन्हें चुन-चुनकर मार डालने की घटनाएं बार-बार हो रही हैं ! हाल ही में कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सत्तापरिवर्तन होने के पश्चात हिन्दू नेताओं पर आक्रमण एवं उनकी हत्याओं की घटनाओं में भी लक्षणीय बढोतरी हुई है ! मध्य प्रदेश में विगत ४ मासों में ४ हिन्दुत्वनिष्ठों की हत्याएं की गईं। तमिलनाडू में धर्मांतरण का विरोध किए जाने के कारण रामलिंगम नामक एक हिन्दू बेपारी की हत्या की गई। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडूसहित देशभर मे हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं की हत्याओं के षड्यंत्र के सूत्रधार, साथ ही इन प्रकरणों को दबाने के लिए प्रयास करनेवाले अधिकारियों के विरोध में कठोर कार्रवाई की जाए एवं इन हत्याओं की जांच में संबंधित राज्य सरकारें असफल होने से इन घटनाओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण विभाग को सौंप दी जाए। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. मंगेश खांदेल ने ऐसी मांग की।
२४ फरवरी को यहां के दत्त चौक पर किए गए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में वे बोल रहे थे। १५० से भी अधिक धर्मप्रेमियों ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर इस आंदोलन को समर्थन दिया।
इस आंदोलन में ये भी मांगें की गईं कि, जमशेदपुर में धर्मांधों की धमकियों के कारण विस्थापित ४०० हिन्दुओं का पुनर्वसन कर उन्हें सुरक्षा दी जाए। पंढरपुर के श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर में अनुशासनहीन निर्माणकार्य कर मंदिर की प्राचीन वास्तु को संकट उत्पन्न करनेवाले एवं शिरडी के श्री साईबाबा संस्थान का प्रसाद बनाने का ठेका एक फर्जी आस्थापन को देनेवालों के विरोध में भी कठोर कार्रवाई की जाए। इन मांगों का ज्ञापन शासन को भेजा जाएगा।
क्षणिकाएं
१. गुप्तचर शाखा के पुलिस अधिकारियों ने आंदोलन का चित्रीकरण किया !
२. ४ धर्मांधों ने आंदोलन का अवलोकन किया और उनमें से एक ने फलक पर लिखी जानकारी को पढकर ‘चलने दें’, ऐसा बडबडाते हुए वहां से निकल पड़ा !
३. इस आंदोलन में बालसाधक भी सहभागी थे !
४. कडी धूप होते हुए भी धर्मशिक्षावर्ग की महिलाओं ने आंदोलन में सहभाग लिया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात