ऐसे सतर्क एवं तत्पर हिन्दुनिष्ठोंका अभिनन्दन ! ऐसे हिन्दू ही हिन्दू धर्मकी खरी शक्ति हैं !
नालासोपारा (मुंबई ) – यहां आयोजित चंगाई सभाके माध्यमसे हिन्दुनिष्ठोंने ईसाईयोंका धर्मपरिवर्तन करनेका षडयन्त्र विफल किया । (क्या अन्यत्रके हिन्दुनिष्ठ इन हिन्दुनिष्ठोंका आदर्श लेंगे ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. कार्यक्रमके पत्रकसे ईसाई मिशनरियोंकी चंगाई सभा ३० नवम्बरको होनेके सन्दर्भमें एक दिन पहले रात्रि ११ बजे ज्ञात हुआ । इस कार्यक्रममें प्रार्थनाके नामपर हिन्दुओंको धर्मपरिवर्तित करनेका पूर्वानुमान होनेसे स्थानीय हिन्दुनिष्ठ घटनास्थलपर पहुंचे । वहां एक गृहसंकुल (सोसाइटी) होनेकी बात ध्यानमें आई ।
२. पूछताछ करनेपर पता चला कि पडोसके टूटे फूटे भवनमें(इमारतमें) दूसरे दिन सवेरे ९.३० बजे यह कार्यक्रम होगा । सभाके सन्दर्भमें जांच करने हेतु उपलब्ध न रहनेके कारण सभीने पुलिस थानेमें परिवाद करनेका निर्णय लिया ।
३. रात्रि १ बजे १८ हिन्दुनिष्ठोंने नालासोपारा पुलिस थानेमें इस चंगाई सभाके विरोधमें परिवाद प्रविष्ट किया । (धर्मरक्षणार्थ मध्यरात्रिमें भी परिवाद प्रविष्ट करनेवाले हिन्दुनिष्ठोंका यह कृत्य अनुकरणीय ही है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात ) प्रारम्भमें पुलिसद्वारा, ‘इस पत्रकसे तो ऐसा सिद्ध नहीं होता कि कार्यक्रममें धर्मपरिवर्तन होता है‘, ऐसा कारण आगे कर परिवादकी प्राप्तिरसीद देना अस्वीकार किया गया । इसपर हिन्दुनिष्ठोंने पुलिससे प्रश्न करते हुए कहा कि क्या आपने चंगाई सभाके लिए अनुमति दी है ? यदि अनुमति नहीं दी, तो उन्होंने सभाके पत्रकोंका वितरण कैसे किया ? हिन्दुनिष्ठोंद्वारा ऐसे प्रश्न पूछनेपर स्पष्ट हुआ कि किसीने अनुमति नहीं दी थी । तदुपरान्त पुलिसने सहयोगकी भूमिका अपनाकर प्राप्तिरसीद दी । (इससे यही सिद्ध होता है कि स्पष्ट रूपसे प्रश्न पूछे बिना पुलिस हिन्दुुओंको न्याय नहीं देती ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात )
४. दूसरे दिन सवेरे ९ बजे कार्यक्रमस्थलपर जाकर सभाके ईसाई आयोजकोंको सूचित किया गया कि धर्मपरिवर्तन करनेके सन्दर्भमें आपके विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट किया गया है । आप त्वरित पुलिस थानेमें आएं ।
५. तदुपरान्त पुलिसने उन्हें कार्यक्रम रोकने पर बाध्य किया एवं चेतावनी दी कि यहां प्रार्थनाके अतिरिक्त धर्मपरिवर्तनका कार्यक्रम न करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात