श्योपुर : सोमवार को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह का आयोजन किया जा रहा था। इसके लिए किला स्थित सोनेश्वर महादेव मंदिर पर शिव बारात जाती है। इसी के लिए किले के दरवाजे को पुतवाकर उस पर भगवान शिव के बारातियों के स्वागत के लिए वंदन, अभिनंदन लिखवा दिया था। दरवाजे की पुताई को पुरातत्व धरोहर से छेडछाड बताकर इसकी शिकायत एसडीपीआई के जिला अध्यक्ष नजम इकबाल ने कोतवाली में कर दी। इसके बाद माहौल गरमा गया।
भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ. गोपाल आचार्य, महामंत्री रामलखन हिरनीखेडा के साथ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नजम इकबाल की गिरफ्तारी के लिए कोतवाली में प्रदर्शन कर दिया। लगभग एक घंटे तक कोतवाली में हंगामा चलता रहा। इसके बाद आयोजक, भाजपा नेता व हिंदू संगठनों के सदस्य कोतवाली से किले की ओर भगवान शिव के जयकारों के साथ चल दिए। किले के दरवाजे पर पहुंचते ही उनके ऊपर पत्थर बरसना शुरू हो गया। पथराव के बाद तनाव बढ गया। भाजपा व हिंदू संगठनों के सदस्यों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। पथराव में बाथम मोहल्ला निवासी मुकेश शिवहरे घायल हो गया, जिसकी शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली, लेकिन मीडिया को यह नहीं बताया गया कि पथराव की एफआईआर में किन-किन को दोषी बनाया गया है।
तो करेंगे बाजार बंद
नजम इकबाल के अलावा इंसाफ कुरैशी व कुछ अन्य पर एफआईआर व गिरफ्तारी की मांग लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि एफआईआर व दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो शिवरात्रि नहीं मनाएंगे। भाजपा नेता रामलखन नापाखेडली ने कहा कि, इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। अगर पुलिस प्रशासन तत्काल दोषियों पर कार्रवाई नहीं करता तो, विरोध प्रदर्शन और बढेगा। भाजपा नेताओं ने कहा कि कल शिव बारात नहीं निकालेंगे। इस पर एसपी ने कहा कि, आयोजन कीजिए प्रशासन पूरी सुरक्षा करेगा।
स्त्रोत : नर्इ दुनिया