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महीलाओ, धर्माचरण और साधना कर, साथ ही स्वरक्षा प्रशिक्षण लेकर सर्वार्थ से सबल बनें ! – श्रीमती नयना भगत, रणरागिनी शाखा

कल्याण में उत्साहपूर्ण वातावरण में हिन्दू जनजागृति समिति की रणरागिनी शाखा के वर्षगांठ का समारोह संपन्न !

दीपप्रज्वलन करती हुईं बाईं ओर से श्रीमती नयना भगत एवं वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे

कल्याण : आज हिन्दू धर्मियों के साथ  लव जिहाद, जनसंख्या जिहाद, लैंड जिहाद, फिल्म जिहाद जैसे जिहाद किए जा रहे हैं । हमें इसकी गंभीरता को ध्यान में लेना चाहिए । विगत कुछ वर्षों में महिलाआें के साथ हो रहे अत्याचार की घटनाआें में बहुत बढोतरी हुई है । ‘लव जिहाद’ नामक षड्यंत्र समाज में बडी मात्रा में फैल गया है । इस माध्यम से हिन्दू लडकियों को प्रेमजाल में फंसाना, उनसे निकाह कर उन्हें वेश्याव्यवसाय करने के लिए प्रवृत्त करना, खाडी देशों में उनका विक्रय करना और आतंकी कृत्यों में उनका उपयोग करना जैसी घटनाएं उजागर हुई हैं । हिन्दू महिलाआें ने धर्माचरण किया, तो वे ऐसे षड्यंत्रों की बलि नहीं चढेगी । इसलि महिलाआें को राजमाता जिजाऊ, अहल्याबाई होळकर, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरमहिलाआें का आदर्श सामने रखकर नियमितरूप साधना एवं आत्मरक्षा हेतु स्वरक्षा प्रशिक्षण लेकर यथार्थरूप सक्षम बनना चाहिए । रणरागिनी शाखा की श्रीमती नयना भगत ने यह आवाहन किया । कल्याण (पश्‍चिम) के तिलक चौकपर स्थित बालकमंदिर विद्यालय के सभागार में ३ मार्च की सायंकाल ५.३० बजे हिन्दू जनजागृति समितिप्रणीत रणरागिनी शाखा की वर्षगांठ मनाई गई । इस समारोह में वे ऐसा बोल रही थीं । कार्यक्रम के आरंभ में शंखनाद किए जाने के पश्‍चात मान्यवर वक्ताआें के हस्तों दीपप्रज्वलन किया गया ।

घर की महिला द्वारा धर्माचरण करने से उससे संपूर्ण परिवार को लाभ पहुंचेगा ! – वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे, हिन्दू जनजागृति समिति

ंस्वरक्षा के साथ रणरागिनी महिला को ईश्‍वरीय अधिष्ठान का होना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है । आज महिला ही अपने परिवार को संस्कारित कर सकती है । यदि महिला ही संस्कारहीन हुई, तो वह आनेवाली पीढी को क्या संस्कार दे सकेगी ? घर की महिला द्वारा धर्माचरण करने से उसका लाभ संपूर्ण परिवार को मिलेगा । स्वतंत्रतापूर्व समय में भी अनेक रणरागिनियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया, तब कहीं जाकर देश को स्वतंत्रता मिली !आज हिन्दू धर्म और संस्कृतिपर हो रहे आघातों को रोकना हमारी साधना ही है । इसलिए रणरागिनी शाखा के कार्य में सम्मिलित हों !

क्षणिकाएं

१. हिन्दू युवतियां किस प्रकार से लव जिहाद की बलि चढ रही है, इसकी ध्वनिचित्रचक्रिका दिखाई गई ।

२. उपस्थित महिलाआें ने खडे होकर वज्रमुट्ठी बनाकर हिन्दू राष्ट्र स्थापना की प्रतिज्ञा ली ।

३. कार्यक्रम में स्वरक्षा प्रशिक्षण प्रदर्शन दिखाए गए ।

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