धर्मशिक्षा के अभाव के कारण ही हिन्दू पाश्चात्त्य संस्कृति को अपनाते हैं ! – ब्रह्मश्री पुराण वाचस्पति महेश्वर शर्मा, करीमनगर, तेलंगना
करीमनगर (तेलंगना) : हिन्दुआें को धर्म की शिक्षा नहीं मिलती; इसलिए वे पाश्चात्त्य संस्कृति को अपना रहे हैं । हिन्दू धर्म की जानकारी देने हेतु ऐसी सभाएं करनी पड रही हैं । इसके लिए हमें हिन्दू जनजागृति समिति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए । मनु नामक महर्षिजी ने मनुस्मृति में हिन्दू धर्म के नियम बताए हैं । भारतभूमि पुण्यभूमि है । इसके कारण देवता भी भारतभूमि में जन्म लेने के इच्छुक होते हैं । यह सब ध्यान में लेकर हमें धर्म का पालन करना चाहिए । ब्रह्मर्षि पुराण वाचस्पति श्री. महेश शर्मा ने ऐसा प्रतिपादित किया । यहां आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसरपर व्यासपीठपर प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. बंडी संजय, हिन्दू जनजागृति समिति के तेलंगना एवं आंध्र प्रदेश राज्यों के समन्वयक श्री. चेतन गाडी उपस्थित थे । सनातन संस्था की श्रीमती विनुता शेट्टी भी इस सभा में उपस्थित थीं ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से तेलंगना के करीमनगर जनपद के आर्ट्स कॉलेज के प्रांगण में आयोजित इस सभा को धर्माभिमानी हिन्दुआें द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ । इस सभा में १ सहस्र २०० धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
देश के आंतरिक शत्रुआें का नाश करने हेतु मोदी ठोस कार्यवाही करें ! – चेतन गाडी
इस सभा के माध्यम से समस्त हिन्दू यह मांग कर रहे हैं कि पुलवामा आक्रमण की घटना के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आतंकियों को नष्ट करने के लिए सेना को दी गई खुली छूट, एक अच्छा निर्णय था । अब इसके साथ मोदी को देश में विद्यमान आंतरिक शत्रुआें को नष्ट करने के लिए ठोस कार्यवाही करनी चाहिए । इस देश में ‘केवल १५ मिनटों में हम हिन्दुआें को मिटा देंगे’ की धमकी देनेवाले ओवैसी की सभा के लिए अनुमति मिलती है । ‘भारत तेरे टुकडे होंगे’ कहनेवाले कन्हैय्याकुमार को बोलने की स्वतंत्रता है; किंतु देश की अखंडता के संंदर्भ में विचार रखनेवाले टी. राजासिंह को सभा में बोलने की अनुमति नहीं मिलती, यह कैसी धर्मनिरपेक्षता है ? हिन्दुआें को न्याय मिलना है, तो वह हिन्दू राष्ट्र में ही मिलेगा । उसके लिए हम सभी को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की मांग करनी चाहिए ।
क्षणिकाएं
१. इस सभा में प्रमुख अतिथि के रूप में भाजपा विधायक टी. राजासिंह को उपस्थित रहने की अनुमति नहीं थी; इसलिए भ्रमणभाष के माध्यम से उन्हीं की आवाज में उनका संदेश सुनाया गया । धर्मप्रेमियों ने भी उनका अच्छा प्रत्युत्तर किया । (हिन्दुत्वनिष्ठोंपर इस प्रकार से प्रतिबंध लगानेवाली तेलंगना सरकार की भारत की है अथवा पाकिस्तान की ? – संपादक)
२. सभा की अनुमति मिलने के पश्चात सभा की पूर्वसिद्धता के लिए २४ घंटों का भी समय नहीं था । ऐसी स्थिति में स्थानीय हिन्दुआें ने सिद्धता के लिए सहायता की और समय रहते सभी की सिद्धता पूर्ण हुई ।
यह जांच सभा में कोई अनिष्ट घटना न हो; इसके लिए नहीं, अपितु धर्माभिमानी हिन्दुआें को कष्ट पहुंचाने के लिए ही थी, यही इससे स्पष्ट होता है !
सभा में आनेवाले प्रत्येक धर्माभिमानी हिन्दू की पुलिस प्रशासन द्वारा जांच !
पुलिस प्रशासन ने सभा में आनेवाले लोगों की जांच हेतु यंत्र लगा दिया था । प्रत्येक हिन्दू को सभास्थानपर पहुंचने के लिए इस यंत्र से ही जाना पड रहा था । (पुलिस प्रशासन अभीतक आतंकी और उनके समर्थकों की इस प्रकार से जांच करता, तो इस देश में आतंकवाद कब का नष्ट हो चुका होता ! कश्मीर में सैनिकोंपर पथराव करनेवालों को बंदी नहीं बनाया जाता अथवा उनकी इस प्रकार से जांच भी नहीं की जाती; परंतु राष्ट्र एवं धर्म हेतु आयोजित सभा में आनेवाले हिन्दुआें की इस प्रकार से जांच की जाती है, इसे ध्यान में लें ! – संपादक)