- जम्मू के एक बस स्टैंड पर ग्रेनेड से हमला करनेवाले यासिर भट्ट को गिरफ्तार कर लिया गया है !
- आईजी मनीष सिन्हा ने बताया कि यासिर को हमला करने का आदेश हिजबुल मुजाहिदीन ने दिया !
- बता दें कि इस हमले में एक युवक की मौत हो गई है और ३२ लोग गंभीर रूप से घायल हैं !
जम्मू : जम्मू के बस स्टैंड पर ग्रेनेड से हमला करनेवाले आरोपी की पहचान करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है ! जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी मनीष सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ग्रेनेड फेंकनेवाले की पहचान यासिर भट्ट के रूप में हुई है और उसे हिजबुल मुजाहिदीन की ओर से हमला करने के ऑर्डर मिले थे। बता दें कि इस हमले में कुल ३२ लोग घायल हो गए हैं !
आईजी मनीष सिन्हा ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कहा, ‘कई टीमें इनपुट्स पर काम करने के लिए लगाई गई थीं। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की पड़ताल और चश्मदीदों से मौखिक पूछताछ के आधार पर हमने एक संदिग्ध की पहचान की। उसका नाम यासिर भट्ट है, उसने अपना अपराध कबूल किया है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है !’
‘हिजबुल कमांडर ने आरोपी को दिए हमले के आदेश’
मनीष सिन्हा ने आगे कहा, ‘यासिर भट्ट को हिजबुल मुजाहिदीन के कुलगाम डिस्ट्रिक्ट कमांडर फारूक अहमद भट्ट उर्फ उमर ने ग्रेनेड फेंकने का आदेश दिया था !’ आईजी ने यह भी बताया कि बस स्टैंड को इस वजह से निशाना बनाया गया क्योंकि वहां पर काफी भीड़ होती है और ज्यादा लोगों को टार्गेट किया जा सकता है !
आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू के आईजी मनीष सिन्हा ने बताया कि यह ग्रेनेड से किया गया हमला था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार एक संदिग्ध हमलावर ने ग्रेनेड से हमला किया और मौके से फरार हो गया। इस विस्फोट में १७ साल के मोहम्मद शारिक की मौत हो गई।
इससे पहले गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल की प्रधानाचार्या सुनंदा रैना ने बताया, ‘अब तक ३२ घायलों को यहां लाया गया है। इनमें से तीन की हालत गंभीर है और दो का ऑपरेशन किया जा रहा है !’ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट में बस स्टैंड पर खड़ी सरकारी बस को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ।
बस स्टैंड पहले भी बना निशाना
पिछले साल २९ दिसंबर को भी आतंकियों ने बस स्टैंड को निशाना बनाया था। उस समय आतंकी बस स्टैंड पर ग्रेनेड फेंककर भाग गए थे। तब कोई नुकसान नहीं हुआ था। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि बस स्टेशन के पास ही पुलिस स्टेशन भी है फिर भी आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब हो गए !
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स