कागल (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) : भारत के इतिहास में राजमाता जिजाऊ, रानी लक्ष्मीबाईसहित अनेक महिलाआें ने धर्माचरण करते हुए अपने क्षात्रतेज का परिचय दिया है । उसी प्रकार से आज की महिलाआें ने भी नियमितरूप से साधना की, तो आज के इस भागदौडभरे जीवन में भी उन्हें आनंदित रहना संभव है । हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती अंजली कोटगी ने ऐसा प्रतिपादित किया । यहां के येशीला पार्क में महिलाआें के लिए आयोजित कार्यक्रम में वे ऐसा बोल रही थीं । इस मार्गदर्शन के कार्यक्रम में ४० धर्मप्रेमी महिलाएं उपस्थित थीं । गृहमंच की सदस्य श्रीमती सुषमा पाटिल ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था ।
विशेष
इस अवसरपर उपस्थित महिलाआें में से कुछ महिलाआें ने युवतियों के लिए नियमित धर्मशिक्षावर्ग की मांग की, साथ ही सनातन द्वारा प्रकाशित ग्रंथों की जानकारी लेने की जिज्ञासा भी दिखाई और प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हिन्दू युवतियों ने यह जानकारी आत्मसात की, तो उनका ससुराल और माईका, इन दोनों का भी उद्धार होगा ।