नई देहली : भारत में गायों को पवित्र माना जाता है और कई मौकों पर गोमाता की पूजा की जाती है। भारत के कई राज्यों में बीफ (गोमांस) पर प्रतिबंध भी है। वहीं, न्यूजीलैंड में एक घटना सामने आई है जहां एक भारतीय ने सुपर मार्केट से मांग की कि वह उसके भारत आने का खर्च उठाए। भारतीय युवक का कहना है कि सुपर मार्केट ने लैंब (भेड) का मीट बताकर उसे गोमांस खिला दिया। अब वह भारत जाकर शुद्धीकरण करवाना चाहता है।
जसविंदर पॉल ने ब्लेनहेम के एक सुपर मार्केट से लैंब रोस्ट खरीदा था, पर मीट खाने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि यह लैंब (भेड) का मीट नहीं था बल्कि बीफ (गोमांस) था। इसके बाद जसविंदर ने स्टोर जाकर इसकी शिकायत की तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए २०० डॉलर रु हर्जाने के रूप में देने की पेशकश की, लेकिन जसविंदर को ये मंजूर नहीं था।
जसविंदर ने कहा कि उनका धर्म बीफ खाने की अनुमति नहीं देता इसलिए स्टोर उनके भारत जाने का खर्चा उठाए ताकि वह वहां जाकर अपना ‘शुद्धीकरण’ करवा सकें। जसविंदर २० साल पहले न्यूजीलैंड आए थे और उनकी एक बार्बर शॉप भी है। जसविंदर का कहना है कि भारत जाने का टिकट लेने के लिए उनको अपना सबकुछ बेचना होगा। इसलिए वे चाहते हैं कि इस तरह लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोग ये खर्च वहन करें। जसविंदर ने इस साल फरवरी में एक बार फिर काउंटडाउन स्टोर से संपर्क किया था लेकिन वे $ २०० का प्रस्ताव ही दे रहे हैं।
जसविंदर अब इस मामले को न्यायालय में ले जाने पर विचार कर रहे हैं। गौरतलब है कि न्यूजीलैंड का कोई ‘स्टेट रिलीजन’ नहीं है। वर्तमान आंकडों के अनुसार, न्यूजीलैंड की ४२ प्रतिशत जनसंख्या का कोई धर्म नहीं है। ४८ प्रतिशत जनसंख्या क्रिश्चियन, ६ प्रतिशत गैर-क्रिश्चियन और २ प्रतिशत के लगभग हिंदू जनसंख्या है।
स्त्रोत : वन इंडिया