मध्य प्रदेश के रतलाम में आठ साल पहले एटीएस कांस्टेबल शिवप्रताप की गोली मारकर हत्या करने के मामले में फैसला आ गया है। जिला न्यायालय ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी कैदी फरहत को उम्रकैद की सजा सुनाई है। विशेष सत्र न्यायधीश गिरीशी दिक्षित की न्यायालय ने हत्या, दो पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला और विधि विरूद्ध क्रिया कलाप अधिनियम के तहत फरहत को उम्र कैद की सजा सुनाई है।
आपको बता दें कि २०११ में रतलाम में फरहत ने जाकिर के साथ मिलकर शिपप्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। साथ ही कांस्टेबल जितेंद्र, सब इंस्पेक्टर मनीष दुबे पर जानवेला हमला कर घायल कर दिया था।
विशेष जज एनआईए गिरीश दीक्षित की न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए आरोपी फरहत को उम्रकैद की सजा और दो हजार का जुर्माना लगाया। वहीं फरहत के एक साथी जाकिर की मौत हो चुकी है। जबिक एक अन्य आरोपी निजामुद्दीन सबूतों के अभाव में बरी हो गया। आरोपी फरहत सिमी आतंकी है और भोपाल सेंट्रल जेल में दूसरे मामलों में भी सजा काट रहा है।
स्त्रोत : न्युज १८