पंढरपुर (महाराष्ट्र) की श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति को विलंब से सुझी बुद्धिमानी ! इस प्रकार से अनिवार्यता करने की स्थिति आना लज्जाप्रद है !
पंढरपुर : यहां के श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर में नित्योपचार पूजा-अर्चा करनेवाले पुजारी और सेवादारों को अब धोती और उत्तरीय धारण करना अनिवार्य कर दिया गया है । मंदिर समिति की ओर से पुजारी और सेवादारों को धोती का जोड और २ उत्तरीय निःशुल्क दिए जाएंगे । आनेवाली चैत्र गुढी पडवे से इस निर्णय की कार्यवाही की जाएगी । मंदिर के कार्यकारी अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी सचिन ढोले द्वारा दिए गए आदेश में यह घोषणा की गई है । (मंदिर में पूजा-अर्चना करते समय पुजारी को चैतन्य का लाभ मिले; इसके लिए धोती और उत्तरीय धारण करना आवश्यक ही है । अर्थात वेतनभोगी पुजारी और सेवादारों को यह शास्त्र कैसे समझ में आएगा ? इसीलिए ही मंदिरों को भक्तों के नियंत्रण में सौंपना महत्त्वपूर्ण है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति के पास२७० कर्मचारी हैं । श्री विठ्ठल-रुक्मिणी के नित्योपचार और पूजा-अर्चना के लिए ४८ वेतनभोगी पुजारी और सेवादार हैं । समिति के अंतर्गत नगर के विविध १८ परिवार देवताआें के मंदिरों में ११ पुजारी और ३५ सेवादार हैं । इन सभी के लिए धोती और उत्तरीय धारण करना अनिवार्य कर दिया गया है ।
मंदिर परिसर में अतिसतर्कता के आदेश !
पंढरपुर का श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर आतंकियों का लक्ष्य होने से गृह विभाग की ओर से मंदिर परिसर में अतिसतर्कता की चेतावनी दी गई है । मंदिर समिति के पुलिस निरीक्षक विश्वास साळोखे सुरक्षा हेतु मंदिर परिसर में व्यापारियों का अतिक्रमण तथा सडकपर बैठकर व्यवसाय करनेवाले और फेरीवालों को हटाने की कार्यवाही कर रहे हैं ।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात