पाकिस्तान सरकार ने पीओके में स्थित प्राचीन हिन्दू मंदिर शारदा पीठ की यात्रा के लिए भारत से एक गलियारा बनाने के लिए मंजूरी दे दी है। इस गलियारे के बनने के बाद भारत से तीर्थयात्री जाकर मंदिर में दर्शन कर पाएंगे।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि, भारत के विदेश मंत्रालय ने पहले ही कॉरिडोर खोलने का प्रस्ताव भेज दिया है। सरकार के कुछ अधिकारी इस क्षेत्र का दौरा करेंगे और प्रधानमंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। दूसरी ओर भारत ने इस गलियारे के बारे में बात करते हुए बताया कि यह प्रस्ताव लोगों की आस्था और धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखकर दिया गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली बातचीत के दौरान भारत कई बार इसका उल्लेख कर चुका है।
पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सदस्य रमेश कुमार ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा, ‘पाकिस्तान सरकार ने शारदा मंदिर को खोलने का फैसला किया है। इस परियोजना पर काम मौजूदा साल में शुरू हो जायेगा। इस मंदिर के खुल जाने के बाद पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दू भी इस धार्मिक स्थल की यात्रा कर सकेंगे। मैं कुछ दिनों में इस इलाके का दौरा करूंगा और प्रधानमंत्री इमरान खान को रिपोर्ट सौपूंगा’।
बता दें कि, पाकिस्तान स्थित शारदा मंदिर हिन्दुओं के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। लगभग ५००० साल पुराने इस मंदिर के पास मादोमती नाम का एक तालाब है। इस तालाब का पानी बहुत ही पवित्र माना जाता है। धार्मिक और राजनीतिक नजरिए से अहम शारदा पीठ LoC के नजदीक शारदा गांव में स्थित है। शारदा पीठ मार्तंड सूर्य मंदिर और अमरनाथ मंदिर समेत जम्मू-कश्मीर के तीन प्रमुख मंदिरों में से एक था। भारत-पाकिस्तान के बीच १९४७-४८ के युद्ध के बाद यह मंदिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आ गया था।
स्त्रोत : न्युज १८