केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने हिन्दू आतंकवाद की साजिश रची। ऐसा वोट के लिए किया गया। वोट बैंक के लिए इस पार्टी ने समझौता ब्लास्ट केस को इतने समय तक लटका कर रखा। समझौता ब्लास्ट केस में पंचकूला न्यायालय द्वारा सभी आरोपियों को बरी किए जाने के बाद अरुण जेटली ने ये बातें कही।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेटली ने कहा, ‘इस केस में सारी तहतीकात २००७-०८-०९ में हुई। १०-१० साल से आरोपी जेल में रखे गए। चार्जशीट फाइल की, पर जज ने कहा कि सबूत नहीं है। ये पूरी तरह बिना सबूत का केस है।’
उन्होंने कहा, ‘बिना किसी सबूत के हिन्दू समाज को बदनाम करने के लिए हिन्दू आतंकवाद की साजिश गढी गई। गलत लोगों को पकडा गया।’
जेटली ने कहा, ‘हिन्दुओं को आतंकी बनाने की जो कोशिश हूई, उसके लिए कौन जिम्मेदार है ? निश्चित रूप से यूपीए और कांग्रेस जिम्मेदार है। इसके लिए इस पार्टी को जनता माफ नहीं करेगी।’
उन्होंने कहा, ‘२००७ के बाद अमेरिका का स्टेट डिपार्टमेंट बार बार सूचना दे रहा था कि कौन आतंकी है ? उस पर तहकीकात करने की बजाय कांग्रेस ने हिन्दू आतंकवाद के नारे को पूरा करने के लिए फर्जी सबूत के आधार पर कहानी बनाई थी। शायद इसी का परिणाम है कि हिन्दू को आतंकी मानने वाले अब हिन्दू धर्म में श्रद्धा दिखा रहे हैं।’
बता दें कि पंचकूला में NIA की विशेष न्यायालय ने जज जगदीप सिंह ने समझौता ब्लास्ट मामले के फैसले की कॉपी सार्वजनिक कर दी। जिसके अनुसार स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, कमल चौहान और राजिंदर चौधरी को २० मार्च को समझौता ब्लास्ट मामले में बरी कर दिया गया था।
स्त्रोत : न्युज १८