पोरस्कडे, पेडणे, गोवा के श्री माऊलीदेवी मंदिर को गिराने के लिए ग्रामवासियों के विरोध का प्रकरण
हिन्दुओं को ४०० वर्ष प्राचीन मंदिर को बचाने के लिए सरकार को चेतावनी देनी पडती है, तो दूसरी ओर पुरातत्व विभाग ईसाईयों के २०० वर्ष पुराने चर्च के प्राचीन विरासत के रूप में अवलोकन की मांग तुरंत मान लेता है ! विश्व के किसी भी देश में वहां के बहुसंख्यकों के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं होता होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
पणजी : राष्ट्रीय महामार्ग के चौडाईकरण हेतु पोरस्कडे, पेडणे के ४०० वर्ष पुराने श्री माऊलीदेव मंदिर एवं श्री बेतालदेव मंदिर को गिराने के लिए स्थानीय ग्रामवासियों ने तीव्रता से विरोध दर्शाया है। स्थानीय ग्रामवासियों ने इस संदर्भ में केंद्रीय भुपृष्ठ परिवहनमंत्री नितीन गडकरी को एक ज्ञापन भेजा था। केंद्रीयमंत्री नितीन गडकरी के स्वीयसचिव वैभव डांगे ने पोरस्कडे ग्रामवासियों को यह ज्ञापन प्राप्त होने की जानकारी दी है।
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पोरस्कडे ग्रामवासियों ने इससे पहले ही महामार्ग चौडाईकरण हेतु श्री माऊलीदेवी मंदिर एवं श्री बेतालदेव मंदिर को गिराने का प्रयास किया गया, तो राज्यव्यापी आंदेलन चलाने की चेतावनी दी है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात