हिन्दुआें के लिए गाय पवित्र है, इसलिए उसकी हत्या करना यह हिन्दुआें की भावनाआें पर आघात ही है । आज पुलिस इस विषय में गंभीरता से कुछ कार्यवाही नहीं करती इसलिए हिन्दुआें को ही कानून हाथ में लेना पड रहा है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
नई देहली : असम में ६८ साल के शौकत अली को भीड ने पीटा। भीड ने शौकत अली पर गोमांस बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने उसकी पिटाई की और उसे पोर्क यानी सुअर का मांस खाने के लिए मजबूर किया। यह घटना ७ अप्रैल को असम के बिस्वनाथ चाराली में हुई। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें शौकत अली को भीड से घिरे हुए घुटने के बल बैठे हुए देखा जा सकता है। भीड उससे पूछती है कि वह गोमांस क्यों बेच रहा है और क्या उसके पास ऐसा करने का लाइसेंस है।
गुस्साई भीड शौकत अली से पूछा कि क्या वह बांग्लादेशी है या उसके पास राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) प्रमाण पत्र है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, अली एक व्यापारी है और पिछले ३५ सालों से क्षेत्र में भोजनालय चला रहा है। भीड ने उस पर साप्ताहिक बाजार में गोमांस बेचने का आरोप लगाया। पुलिस ने कहा, ‘वे मामले की जांच कर रहे हैं।’
हिंदुस्तान टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक (बिश्वनाथ) राकेश रौशन ने कहा कि पुलिस ने शौकत अली की शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की कि उसके साथ मारपीट की गई, उसे बांग्लादेशी कहा गया और पोर्क खाने के लिए मजबूर किया गया।
स्त्रोत : टाइम्स नाऊ