‘हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान’ के अंतर्गत . . .
मुंबई : हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान के अंतर्गत सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में धर्मप्रेमियों ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति हो, साथ ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं दूर हों; इसके लिए मुंबई के विविध मंदिरों में देवताओं से मन्नत मांगी गई। इस अवसर पर उपस्थित धर्मप्रेमियों ने उत्स्फूर्तता के साथ ‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम्’ की घोषणाएं दी।
भांडुप : यहां हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से रेल फाटक के निकट भांडुप की ग्रामदेवी गांवदेवी मंदिर में संपन्न प्रार्थना में धर्मप्रेमी श्री. सुरेश काकडे उपस्थित थे। इस समय हितचिंतक श्रीमती सुरेखा कदम ने देवी की गोद भराई की। इस समय ७ धर्मप्रेमी उपस्थित थे। गांवदेवी टीले (टेकड़ी) मंदिर में मांगी गई मन्नत के समय सनातन प्रभात की पाठक श्रीमती प्राची बापर्डेकर, श्रीमती जयश्री वालकर एवं श्रीमती कुमुदिनी झगडे ने देवी की गोद भराई की।
इस अवसर पर पूज्यपाद आसारामबापू संप्रदाय के श्री. ब्रिजेश सिंह, बजरंग दल के सर्वश्री लालबहाद्दूर सिंह, विनोद जैन, शिवसेना के सर्वश्री मोहन कांबळी, सुरेश सुतार, प्रथमसाफल्य सेवा संघ के अध्यक्ष श्री. शेखर गावडे, पुरोहित श्री. विजय ठोंबरे, साथ ही सनातन प्रभात के ८ पाठकोंसहित धर्मप्रेमी उपस्थित थे। इस उपक्रम के लिए गांवदेवी टीले मंदिर के उपाध्यक्ष श्री. चंद्रकांत नाईक ने अच्छा सहयोग दिया।
कोपरखैरणे : यहां के श्री चिकणेश्वर मंदिर में मन्नत मांगते समय जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री नरेंद्र महाराज के भक्तगण स्वयंस्फूर्ति से प्रार्थना में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर योग वेदांत सेवा समिति के श्री. प्रकाश लोरेसहित १२ धर्मप्रेमी उपस्थित थे। नेरूळ के श्री झुलेलाल मंदिर में मंदिर के अध्यक्ष श्री. राजकुमार साधवानी एवं उनके समुदाय के ५५ श्रद्धालु प्रार्थना में सम्मिलित हुए।
बोईसर नवापुर मार्ग : यहां के श्रीराम मंदिर में गुजराती मासिक की पाठक श्रीमती हिना मंगलदास शहा अपने परिवारसहित उपस्थित थी। इस प्रार्थना में मंदिर के पुजारीसहित १२ धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
अंधेरी : जोगेश्वरी के जोगेश्वरीमाता (गुंफा) मंदिर में पाठक और जिज्ञासुओंसहित १० धर्मप्रेमियों ने प्रार्थना की। जोगेश्वरी के जोगेश्वरीमाता
(गुंफा) मंदिर में पाठक और जिज्ञासुओंसहित १० धर्मप्रेमियों ने प्रार्थना की। इस अवसरपर धर्मप्रेमी सर्वश्री प्रसाद जागुष्टे और अनिल काळे भी उपस्थित थे।
वडाळा : शीव के मुरलीधर मंदिर में १२ धर्मप्रेमी सहभागी हुए। उनमें से २ महिला श्रद्धालुओं ने धर्मशिक्षावर्ग में आने की सिद्धता दर्शाई। श्री. नारायण धुपकरगुरुजी ने प्रार्थना प्रस्तुत की। दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को विषय बताने पर वे भी इस प्रार्थना में उत्स्फूर्तता के साथ सम्मिलित हुए।
नालासोपारा, संयुक्तनगर : यहां के श्री साई दत्त मंदिर में मन्नत मांगी गई। इस अवसर पर योग वेदांत समिति, ‘राष्ट्र प्रथम’ संगठन के कार्यकर्ता एवं शिवसेना के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सर्वश्री जितेंद्र हजारे, नीलेश खोकानी, राहुल सोनी, मनोज जोशी, अजित आरोस्कर, हरि सावंत, नारायण सावंत आदि धर्मप्रेमी उपस्थित थे। श्री. देवीदास वीरकरगुरुजी ने मन्नत मांगी और उन्होंने इससे आगे भी मन्नत मांगने की इच्छा व्यक्त की।
घाटकोपर की ग्रामदेवता श्री पद्मावती मंदिर में मन्नत मांगने के लिए २२ धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
मस्जिद के मुंबादेवी मंदिर में नववर्षारंभ के मंगल दिवस पर मुंबापुरी मंदिर में मुंबादेवी से मन्नत मांगी गई। इस अवसर पर धर्मप्रेमी श्री. दीपक दुबे और हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. बळवंत पाठक ने देवी से मन्नत मांगी। इसके लिए मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी श्री. हेमंत जाधव का सहयोग मिला।
सांगली एवं कोल्हापुर में भी देवताओं से मन्नत !
सांगली/कोल्हापुर : सांगली एवं कोल्हापुर जिलों में गुढीपाडवा के उपलक्ष्य में सामूहिक गुढीपूजन, प्रवचन एवं ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, साथ ही सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में विविध मंदिरों देवताओं से मन्नत मांगी गई।
१. विटा (जिला सांगली) में सामूहिक गुढीपूजन किया गया, साथ ही श्रीराम मंदिर में मन्नत मांगी गई। इस अवसर पर २५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
२. पाचगांव (जिला कोल्हापुर) के श्री भैरवनाथ मंदिर में मन्नत मांगी गई। यहां ३५ धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
३. हेर्ले (तहसिल हातकणंगले) में श्री हनुमानजी से मन्नत मांगी गई।
४. मरळी (कोल्हापुर) में नववर्षारंभ के उपलक्ष्य में प्रवचन लिया गया, जिसका १५० धर्मप्रेमियों ने लाभ उठाया। यहां आयोजित सनातन निर्मित ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों के कक्ष को अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ।
५. तळंदगे (जिला कोल्हापुर) में धर्मप्रेमी महिलाओं ने हनुमान मंदिर में मन्नत मांगी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात