हैदराबाद : आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बिशप और चर्चों की सर्वोच्च संस्था फेडरेशन ऑफ तेलुगू चर्चेस (एफटीसी) ने ईसाई वोटरों से किसी एक राजनीतिक पार्टी और उसके लिए प्रचार करने से दूर रहने की हिदायत दी है। हालांकि फेडरेशन ने ईसाई वोटरों से अपील की है कि वे सेक्युलर नेता को चुनने के लिए वोट करें।
फेडरेशन ने ईसाई वोटरों से अपील की है कि अपना वोट सेक्युलर, गंभीर, गैर-जातिवादी और ईमानदार प्रत्याशी को दें। इसके अलावा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के चर्चों में वोटिंग के दिन विशेष प्रार्थना के भी निर्देश दिए गए हैं।
फेडरेशन की ओर से जारी पत्र में बिशप टी राजा राव, वी प्रसाद राव और फादर एंटनीराज थुम्मा ने कहा, ‘आगामी चुनाव में हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारा वोट सेक्युलरिजम और संस्थाओं को बचाने के लिए होना चाहिए, जिन पर पहले से खतरा है। हमें उनको वोट करना है जो सेक्युलरिजम और बहुलतावाद को देश में बढ़ावा दें।’
‘जो दलित, आदिवासी के लिए काम करे उसे वोट दें’
फेडरेशन ने ईसाई वोटरों से ऐसे उम्मीदवारों को वोट करने के लिए कहा है जो आदिवासी, दलित, मुस्लिमों के लिए काम कर रहे हों। इसके अलावा जिनकी प्राथमिकता में किसान, महिलाएं और बच्चे हों उन्हें वोट देने की अपील की गई है। फेडरेशन ने अपने पत्र में कहा, ‘जो उम्मीदवार जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और जल, जमीन-जंगल के अधिकारों को बचाने की बात करे उसे ही वोट दें।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स