बच्चों के जीवन से खिलवाड करनेवाले, बच्चों को हिंसक बनानेवाले तथा उन्हे आत्महत्या के लिए उकसानेवाले इस (PUBG) आॅनलाइन खेल पर भारत में भी तुरंत प्रतिबंध लगना आवश्यक है। ये खेल बच्चों की पढार्इ तथा सेहत को भी प्रभावित कर रहा है। – सम्पादक, हिन्दुजागृति
नई देहली : नेपाल ने बीते गुरुवार को देशभर में ऑनलाइन गेम प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड (PUBG) पर प्रतिबंध लगा दिया है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस गेम के कारण से बच्चों पर नकारात्मक असर पड रहा था। नेपाल टेलिकम्युनिकेशन अथॉरिटी (एनटीए) के डेप्युटी डायररेक्टर संदीप अधिकारी ने रॉयटर्स से कहा, ‘हमने PUBG पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है क्योंकि यह बच्चों और किशोरों के लिए लत बनता जा रहा था और उनपर बुरा असर डाल रहा था।’
संदीप अधिकारी ने कहा कि यह प्रतिबंध गुरुवार से ही लागू हो गया है। उन्होंने बताया कि हिमालयन नेशंस फेडरल इनवेस्टिगेशन अथॉरिटी की एक रिक्वेस्ट के बाद रेग्युलेटर ने सभी इंटरनेट प्रोवाइडर्स, मोबाइल ऑपरेटर्स और नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर्स को को निर्देश दिए हैं कि उनकी ओर से गेम की स्ट्रीमिंग को ब्लॉक कर दिया जाए। अथॉरिटीज की ओर से PUBG Mobile को प्रतिबंध करने के लिए कदम उठाए गए हैं २०१८ में लॉन्च हुआ यह गेम तेजी से पॉप्युलर हुआ है।
नेपाल की ओर से कहा गया कि फिलहाल गेम से जुडी कोई घटनाएं सामने नहीं आई हैं, परंतु अभिभावकों की ओर से चिंता जाहिर की गई थी। बच्चों के ज्यादा गेम खेलने की आदत से उनका सामान्य रूटीन प्रभावित हो रहा था। बता दें, पबजी या PUBG एक ऑनलाइन गेम है। इसमें हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को खुद को जिंदा रखने और गेम जीतने के लिए दूसरों को मारना पड़ता है।
आरोप हैं कि हिंसक प्रवृत्ति के इस खेल का असर छोटे बच्चों, किशोरों यहां तक व्यस्कों को अपनी चपेट में ले रहा है। उनका बर्ताव हिंसक होता देखा गया है। इससे पहले भारत में भी गुजरात के राजकोट में कॉलेज के १० छात्रों को सार्वजनिक स्थल पर ऑनलाइन गेम पबजी खेलने पर गिरफ्तार किया गया था। गुजरात के सूरत जिले में भी इस इस गेम पर प्रतिबंध लगाया गया था। भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में भी इस गेम पर प्रतिबंध लगाया गया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स