रामराज्य की स्थापना तथा राममंदिर के निर्माण हेतु प्रभु श्रीरामजी से मनौती !
मुंबई : करोडों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र प्रभु श्रीरामजी का जन्म अयोध्यानगरी में हुआ, यह एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक सच्चाई होते हुए भी विगत ४९० वर्ष प्राचीन राममंदिर पुनर्निर्माण की प्रतीक्षा में है । स्वतंत्रता के पश्चात किसी भी राजनीतिक दल अथवा नेता ने राममंदिर निर्माण के लिए कोई भी ठोस कृती नहीं की । जिन्होंने जनता के लिए न्याय का राज्य चलाया, वे रामलला आज एक चौपाल में विराजमान हैं । करोडों हिन्दू जिसकी प्रतीक्षा में हैं, उस राममंदिर के अभियोग चलाने में हमारी न्यायव्यवस्था में रूचि नहीं है । इसके लिए न्यायालय द्वारा राममंदिर अभियोग के लिए तारीख पे तारीख मिल रही है । इसलिए देश के हिन्दुओं के लिए रामराज्य की स्थापना तथा राममंदिर के निर्माण हेतु प्रभु श्रीरामजी से मनौती मांगने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है ।
इसीलिए ही श्रीरामनवमी के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति तथा समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से संपूर्ण देश में १०० से भी अधिक स्थानोंपर श्रीराम नामसंकीर्तन अभियान चलाया गया । इसके अंतर्गत विविध स्थानोंपर स्थित मंदिरों में एकत्रित होकर श्रीरामजी का सामूहिक नामजप तथा ‘हे प्रभु श्रीरामजी, इस देश में राममंदिर का निर्माण और रामराज्य की यथाशीघ्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं आप ही दूर करें’, यह प्रार्थना की गई । हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से प्रकाशित विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है ।
समस्त हिन्दू समाज राममंदिर निर्माण हेतु श्रीरामजी से मनौती मांगे !
इसमें आगे कहा गया है कि वर्ष २०१० में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ‘श्रीरामजन्मभूमि श्रीरामजी की है’, इसपर अपनी मुहर भी लगाई; किंतु ऐसा होते हुए भी यह प्रकरण विगत ९ वर्षों से सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है । विश्वभर के मुसलमान उनकी आस्था का केंद्र मक्का-मदिना, तो ईसाई उनकी आस्था का केंद्र जेरूसलेम जाते हैं । एक ओर स्वयं को निधर्मी कहलानेवाली भारत की सरकार इन धार्मिक यात्राओं के लिए अनुदान देती है; किंतु हिन्दूबहुसंख्यक भारत में हिन्दुओं की आस्था का केंद्र रामजन्मभूमि में श्रीरामजी के पूजनपर भी प्रतिबंध लगाया जाती है, यह अनाकलनीय और अन्यायपूर्ण है । अब प्रभु श्रीरामजी ही हिन्दुओं के लिए एकमात्र आधारस्तंभ बचे हैं । अतः हिन्दू जनजागृति समिति ने यह आवाहन किया है कि राममंदिर और रामराज्य की कामना करनेवाला समस्त हिन्दू समाज श्रीरामजी से मनौती मांगें ।