उडीसा के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में शनिवार को लोग उस वक्त हैरान रह गए जब एक सिरफिरा युवक मंदिर के शिखर पर पहुंच गया और उसने वहां लगा ‘बाना’ (पवित्र झंडा) हटा दिया।
३० साल के युवक हतिया मोहंता को सुबह मंदिर पर चढाई करते हुए देखा गया। परिसर में मौजूद भक्तों एवं कार्यकर्ताओं के अनुसार मोहंता पागलों की तरह २१४ फीट (६५ मीटर) ऊंचे मंदिर पर चढ गया। नीचे खडे लोग उससे वापस आने के लिए कहते रहे लेकिन उसने किसी की आेर ध्यान नहीं दिया।
मंदिर के एक वरिष्ठ सेवक शारदा मोहांती ने न्यूज18 को बताया, “वह आदमी मंदिर के टॉप पर पहुंच गया और उसने ‘बाना’ हटा दिया। इसके बाद उसने इसे गमछे की तरह बांधा और नीचे आ गया। यह निश्चित रूप से अपवित्रीकरण है। हम जल्द ही विधि अनुसार शुद्धि अनुष्ठान करेंगे।”
मोहांती चुनुरा नियोगा के भी अध्यक्ष हैं, यह विशेष सेवकों का एक निकाय है जो हर दिन विधि अनुसार ‘बाना’ बांधते है। इस घटना और परिसर में हाल ही में हुई चोरी की कुछ घटना को लेकर मोहांती ने नाराजगी जाहिर की।
पुलिस के अनुसार हतिया मोहंता मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति है, जो तटीय जिले भद्रक का रहने वाला है। वह उड़िया बोलता है। पुलिस ने कुछ घंटे पूछताछ करने के बाद उसे रिहा कर दिया।
पुरी के सिंहवर्धा पुलिस थाने के एसएचओ श्रावन माहाराना ने कहा, “इस आदमी को लगभग पिछले तीन दिनों से मंदिर के परिसर में घूमते हुए देखा गया था। मंदिर के टॉप में चढ़कर झंडा उतारने के पीछे उसका कोई खास मकसद नहीं था। इस मामले की जांच की जा रही है।”
बता दे कि, हाल के सप्ताह में मंदिर परिसर में चोरी की कम से कम तीन घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। इस महीने की शुरुआत में अज्ञात व्यक्तियों ने कुछ छोटी मूर्तियां और नकदी चुरा ली थी। जबकि पिछले सप्ताह इसी तरह की एक घटना में मंदिर के सुरा नियोग परिसर से कुछ नगदी चोरी हो गई थी। मार्च में पूजा के दौरान कथित तौर पर पंडितों का कैश बॉक्स गायब हो गया था।
स्त्रोत : न्युज १८