भारत के साथ द्विपक्षीय रिश्तों के ७० साल पूरे होने के मौके पर मंगलवार को इंडोनेशिया ने रामायण की थीम पर विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किया है। बता दें कि इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या वाला देश है।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान के अनुसार इस स्टांप का डिजाइन इंडोनेशिया के जाने-माने मूर्तिकार बपक न्योमन नुआर्ता ने तैयार किया है। इस पर रामायण की घटना अंकित है, जिसमें जटायु सीता को बचाने के लिए बहादुरी से लडते हुए नजर आ रहे हैं।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान के अनुसार खास हस्ताक्षर वाले इस टिकट को जर्काता के फिलेटली संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा।
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राजनयिक संबंधों के ७० साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत और इंडोनेशिया के उप-विदेश मंत्री अब्दुर्रहमान मोहम्मद फाचर शामिल हुए।
इस मौके पर रावत ने कहा कि दोनों देशों के बीच पिछले ७० सालों में रिश्ते मजबूत हुए हैं और मई २०१८ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौराना हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी के साथ ये रिश्ता एक नए मुकाम तक पहुंचा।
कार्यक्रम के दौरान १९४९ से लेकर २०१९ के बीच भारत-इंडोनेशिया के संबंधों से जुडे ऐतिहासिक पलों की तस्वीरों की प्रदर्शनी भी हुई। इसके बाद भारतीय मंडली ने सांस्कृतिक नृत्य का प्रदर्शन किया।
९० प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या वाले इंडोनेशिया पर रामायण की गहरी छाप है। रामकथा इंडोनेशिया की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है। रामायण को वहां रामायण ककविन (काव्य) कहा जाता है। इसके चरित्रों का उपयोग वहां के स्कूलों में शिक्षा देने के लिए भी किया जाता है।
स्त्रोत : न्युज १८