हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी की नेपाल यात्रा
काठमांडू : यहां १२.४.२०१९ को विश्व ज्योतिष महासंघ का २४वां वार्षिकोत्सव समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी को उनके आध्यात्मिक एवं धार्मिक क्षेत्र में, साथ ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु नि:स्वार्थ भाव एवं अविरत हिन्दू संगठन के कार्य के लिए ‘धर्मालंकार’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
व्यासपीठ पर नेपाल सरकार की पंचांग नियामक समिति के अध्यक्ष श्री. रामचंद्र गौतम एवं विश्व ज्योतिष महासंघ के अध्यक्ष डॉ. लोकराज पौडेलसहित नेपाल, भारत, जपान एवं अमेरिका के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस अवसर पर सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने कहा, ‘‘ज्योतिषशास्त्र वेद का छठा अंग है और उसे विश्वभर में पहुंचाने का विश्व ज्योतिष महासंघ का कार्य उल्लेखनीय है !’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
काठमांडू में निर्माणाधीन दशमहाविद्या सिद्धपीठ के ॐ आश्रम के स्वामी कमलयोगी से सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी की भेंट
काठमांडू : हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने अपनी नेपाल यात्रा के अंतर्गत १०.४.२०१९ को काठमांडू के बुढानीलकंठ में निर्माणाधीन दशमहाविद्या सिद्धपीठ के ॐ आश्रम के स्वामी कमलयोग से भेंट ली। इस समय स्वामी कमलयोगी ने उन्हें तंत्रसाधना से संबंधित सभी ग्रंथों का डिजिटल रूप में संग्रहित किए जाने की जानकारी दी एवं आध्यात्मिक क्षेत्र में वैज्ञानिक पद्धति से शोधकार्य की आवश्यकता पर बल दिया। इस पर सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने स्वामी कमलयोगी को सनातन के आश्रम में चल रहे इसी प्रकार के शोधकार्य की जानकारी दी। तब स्वामी कमलयोगी ने सनातन आश्रम के संदर्भ में विस्तार से जानकारी ली। सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने उन्हें परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के जीवनकार्य से अवगत कराया और सनातन आश्रम के अवलोकन हेतु आमंत्रित किया।
स्वामी कमलयोगी ने कहा, ‘‘किसी को भी तंत्रविद्या का अध्ययन करना हो, तो वे मुझे सूचित करें ! मैं इसके लिए सहयोग के लिए सदैव सिद्ध हूँ ! हमारेद्वारा दशमहाविद्या के संदर्भ में किया गया शोधकार्य व्यर्थ न हो एवं यह विद्या विलुप्त न हो; इसके लिए किसी अधिकारी व्यक्ति को यह शोधकार्य सौंप देने का हमारा मनोदय है !’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी का ‘जरो किलो प्रतिष्ठान, नेपाल के कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन !
काठमांडू : १२.४.२०१९ को यहां के ‘जरो किलो प्रतिष्ठान, नेपाल’ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. निर्मलमणि अधिकारी ने उनके कार्यकर्ताओं के लिए सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के मार्गदर्शन का आयोजन किया।
इस अवसरपर डॉ. नर्मलमणि अधिकारी ने कहा, ‘‘आज कुछ हिन्दू केवल घोषणाएं ही करते हैं। उनमें से कुछ के मन में संवेदनाएं हैं; किंतु उन्हें हिन्दू धर्म का ज्ञान नहीं है ! जिस प्रकार से भगीरथ ने गंगा को अवतरित करने के लिए मार्ग बनाया, उसी प्रकार से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने के पश्चात उसे चलाने हेतु क्षमतावान पीढी की आवश्यकता है और सनातन संस्था यह कार्य कर रही है ! जब मेरे जीवन में सनातन आश्रम जाने का संयोग बना, तब मैने स्वयं इसका अनुभव किया है। कई संगठन और लोग हिन्दुत्व के कार्य हेतु आते हैं; किंतु उनका उद्देश्य शुद्ध नहीं होता। ऐसे लोगों में किसी राजनीतिक लाभ का उद्देश्य दिखाई देता है ! मैने स्वयं इसका अनुभव किया है कि, सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के मन में हम धर्मबंधुओं के प्रति विद्यमान प्रेम के कारण ही वे हमारी सहायता हेतु आते हैं !’’
उपस्थित कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने कहा, ‘‘हमारे धर्म में यह बताया गया है कि, समाज पर शब्दों का नहीं, अपितु वाणी में विद्यमान चैतन्य का प्रभाव होता है ! हिन्दू संगठन के कार्य में युवकों का सहभाग बढने हेतु उनमें धर्माभिमान जागृत किया जाना चाहिए। जबतक जनता और राज्यकर्ता इन्हें जोडनेवाली व्यवस्था नहीं बनेगी, तबतक वास्तविक हिन्दू राष्ट्र नहीं आएगा ! हिन्दू राष्ट्र में प्रजा एवं राजा इन दोनों को भी अपने-अपने दायित्वों का भान होगा !’’
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गुरुराज प्रभु एवं फोरम फॉर अवेकनिंग की सदस्या कु. सानु थापा भी उपस्थित थीं।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात