हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी की नेपाल यात्रा
काठमांडू : काठमांडू का छात्र संगठन ‘टिम नेपो’ की ओर से मेगा विद्यालय में ‘चिंतन चौतारी’ नामक नया उपक्रम आरंभ किया गया है। इसके अंतर्गत छात्रों को विविध विषयों का मार्गदर्शन उपलब्ध किया जाएगा।
१३.४.२०१९ को हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के मार्गदर्शन से इसका आरंभ किया गया। ‘टिम नेपो’ के अध्यक्ष श्री. निगम पौडेल ने सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी का स्वागत किया। इस अवसर पर आयुर्वेदिक शाखासहित अन्य शाखा के छात्रों के लिए ‘युथ, हेल्थ एन्ड लाईफस्टाईल’ इस विषय पर मार्गदर्शन रखा गया था।
अपने मार्गदर्शन में सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने कहा, ‘‘मन के संस्कारों को मिलनेवाली अनुकूल और प्रतिकूल संवेदना सुख-दुख हैं। जीवन का प्रमुख लक्ष्य होता है इस सुख-दुख की स्थिति से परे होकर आनंद की स्थिति को प्राप्त कर लेना अर्थात अनुकूल प्रसंग में भी अतिउत्साही न होना और प्रतिकूल स्थिति में भी अपने मन पर उसका परिणाम होने न देकर स्थिर रहना ! जिसकी दृष्टि अच्छी होती है, उसे विश्व अच्छा दिखाई देता है और जिसकी दृष्टि बुरी होती है, उसे विश्व बुरा दिखाई देता है ! चित्त के शुद्ध होने से दृष्टि शुद्ध होती है और इसके लिए साधना करना आवश्यक होता है !’’
इस अवसर पर उपस्थित छात्रों ने उत्स्फूर्तता के साथ अपनी शंकाओं का निराकरण सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी से करवा लिया। सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने इस समय एकाग्रता कैसे साधनी चाहिए ? नकारात्मक प्रसंग में स्थिर कैसे रहना चाहिए ? आदि प्रश्नों के उत्तर देते हुए छात्रों को स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन प्रक्रिया का महत्त्व भी विशद किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात