काबुल (अफगानिस्तान ) : यमन में आतंकी संगठन अलकायदा ने बंधक बनाए गए एक अमेरिकी पत्रकार और दक्षिणी अफ्रीकी टीचर की हत्या कर दी है। अमेरिका और यमन की सेना इन्हें बचाने का प्रयास कर रही थी लेकिन इसी दौरान आतंकियों ने बंधकों को मार दिया। अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी चक हैगल ने काबुल में कहा है कि 33 वर्षीय पत्रकार ल्यूक सोमर्स और एक अन्य को मार दिया गया है।
यमन के नैशनल सिक्योरिटी ब्यूरों के चीफ मेजर जनरल अली अल अहमदी ने कहा कि बचाव टीम के छापा मारे जाने के दौरान सोमर्स की हत्या कर दी गई और आतंकी एक अन्य बंधक को अस्पताल में ले गए। जिसकी अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। यमन के राष्ट्रपति ऑफिस की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, सोमर्स को जहां बंधक बनाया गया था, वहां से हटा लिया गया था लेकिन वह बचाव ऑपरेशन के दौरान गंभीर तौर पर घायल हो गए थे। वहीं, एक रिलीफ ग्रुप ने अपनी वेबसाइट पर अफ्रीकी टीचर के मारे जाने जानकारी प्रकाशित की है।
एक स्थानीय सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक, बंधकों को बचाने के अभियान में पहले छापा मारा गया और बाद में हवाई हमला किया गया। आतंकियों ने दक्षिणी यमन के शाबवा प्रांत में दो लोगों को बंधक बनाया हुआ था।
इससे पहले यमन के रक्षा मंत्रालय की ओर बयान जारी कर कहा गया था कि बंधकों को आजाद कराने का मिलिट्री ऑपरेशन सफल हो गया है और इन्हें बंधक बनाने वाले दस अलकायदा आतंकियों को भी मार दिया गया है।
इससे पहले गुरुवार को अमेरिका ने कहा था कि वह पिछले महीने भी सोमर्स को बचाने का एक प्रयास कर चुका है जो असफल रहा। सोमर्स को 2013 में सना से किडनैप किया गया था। वहीं अलकायदा ने बुधवार को एक विडियो पोस्ट कर सोमर्स और एक अन्य बंधक को मार देने की धमकी दी थी।
गौरतलब है कि यमन के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में अलकायदा और आईएसआईएस की पैठ है। इसके अलावा अरब पेनिनसुला में भी कुछ शहरों को छोड़ आतंकी संगठनों ने अपना गढ़ बनाया हुआ है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स