आतंकी बुरके का सहारा लेते है या घुंघट का ?
जावेद अख्तर जी आज तक आतंकियों ने बुरके का सहारा लेकर आतंकी हमले को अंजाम दिया है न की घुंघट का सहारा लेकर। केवल हिन्दू द्वेष के कारण एेसी मांग करना यानी एक तरह से आतंकियों का समर्थन करने के बराबर ही है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
भोपाल : लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने कहा है कि अगर भारत में बुर्के पर प्रतिबंध लगता है तो केंद्र सरकार राजस्थान में मतदान से पहले घूंघट पर प्रतिबंध लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शायद मजबूरी में साध्वी प्रज्ञा को भोपाल सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया। अख्तर ने भाजपा के राज में लोकतंत्र पर सवाल उठाए। भाजपा की यह विचारधारा है कि अगर तुम हमारे साथ नहीं, तो तुम एंटी नेशनल हो। अख्तर एक कार्यक्रम के सिलसिले में गुरुवार को भोपाल में थे।
अख्तर ने कहा २०१९ का चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण है। ये चुनाव एक दोराह है, और जिस रास्ते पर देश जाएगा वो बहुत लंबा होगा। ये चुनाव तय करेगा कि देश किस रास्ते पर जा रहा है। कई मोदी आएंगे और चले जाएंगे, देश है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्रज्ञा सिंह को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारकर हार स्वीकार कर ली। साध्वी के श्राप से एक देशभक्त शहीद हो सकता है तो उन्हें ऐसा श्राप हाफिज सईद और दूसरे आतंकियों को भी देना चाहिए।
इसके साथ ही, जावेद अख्तर ने कहा कि देश में प्रेसिडेशियल चुनाव नहीं हो रहा है जो किसी एक आदमी के नाम पर वोट मांगा जा रहा है। यहां सांसदों के लिए चुनाव हो रहा है। लोग अपना सांसद चुनेंगे, न की मोदी और राहुल को। इस बार मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर