प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाईक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले गुरुवार (२ मई) को चार्जशीट दायर की है। गिरफ्तारी के डर से देश छोडकर विदेश भागे नाईक की ५०.४६ करोड की संपत्ति भी जब्त कर ली है। जाकिर नाईक पर कुल १९३.०६ करोड रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी ने मोहम्मद सलमान और उसके परिवार के सदस्यों की ७३.१२ लाख रुपए की संपत्ति को भी संलग्न किया है। यह पैसा आतंकी हाफिज मोहम्मद सईद और अन्य लोगों द्वारा उसे दिया गया।
हाफिज सईद लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इन्सानियत फाउंडेशन का संस्थापक है। ईडी ने जाकिर नाईक और अन्य सहयोगियों के खिलाफ २२ दिसंबर २०१६ को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। वह फिलहाल मलयेशिया में रह रहा है और उस पर आतंकियों को उकसाने का भी आरोप है। ईडी ने पिछले महीने मार्च में नाईक के सहयोगी नजमुद्दीन साथक को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुंबई से गिरफ्तार किया था। उस पर नाईक की मदद करने और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसकी सहायता करने को लेकर गिरफ्तार किया गया।
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बता दें कि मध्य प्रदेश में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाकिर नाईक की आड में कांग्रेस पर खूब निशाना साधा था। उन्होने आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस के दरबारी जाकिर नाईक को शांति का दूत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। क्या यह देश नाईक जैसे लोगों को आगे बढाने वालों को माफ करेगा ? इसी जाकिर नाईक को कांग्रेस सरकार में आतंकवाद के मुद्दे पर पुलिसकर्मियों को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था। उसके शब्द बम धमाके कराते हैं।’
स्त्रोत : जनसत्ता