अवैध मस्जिद निर्माण का विरोध किए जाने का परिणाम !
- तेलंगना भारत में है अथवा पाकिस्तान में ? क्या भारत में अवैध मस्जिद निर्माण की अनुमति है ? और क्या भारतीय संविधान में ऐसे अवैध निर्माण का विरोध करनेपर मस्जिद का अवैध निर्माण करनेवालों के विरुद्ध कार्यवाही के स्थानपर उसका विरोध करनेवालों के विरुद्ध कार्यवाही का प्रावधान है ?
- अन्य समयपर संविधान का अनादर करने के विषय में आक्रोश करनेवाले ऐसे प्रकरण में चुप क्यों बैठते है ? अथवा अवैध मस्जिद निर्माण का विरोध करना अयोग्य है, ऐसा उन्हें लगता है ?
भाग्यनगर (तेलंगना) : यहां के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ तथा भाजपा विधायक टी. राजासिंह को ५ मई की रात को बंदी बनाकर उसके ३ घंटे पश्चात अर्थात रात ३ बजे छोडे जाने की घटना हुई । यहां के अंबरपेट में चल रहे अवैध मस्जिद का निर्माण करनेपर तनाव उत्पन्न न हो; इसलिए उन्हें बंदी बनाया गया । इस अवसरपर बडी संख्या में पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई थी । (जिहादी आतंकी और धर्मांधों को पकडने के लिए इतनी बडी संख्या में पुलिसकर्मी क्यों नहीं लगाए जाते ? धर्मांधों द्वारा दंगे कराए जानेपर पीठ दिखाकर भागनेवाले पुलिसकर्मी हिन्दुआें के विरुद्ध इस प्रकार से अपना पौरुष दिखाते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
टी. राजासिंह ने अपने ट्विटर खाते से इसकी जानकारी दी । उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा, ‘पुलिस प्रशासन ने रजाकारी सरकार के दबाव में आकर यह कार्यवाही की ।’ (तेलंगना का तेलंगना राष्ट्र समिति की सरकार, यह भारत देश एक निधर्मी देश है, यह भूलकर उसे इस्लामी देश मानकर हिन्दुआें का उत्पीडन कर मुसलमानों को सुविधाएं प्रदान कर रहा है, इसे ध्यान में लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
रजाकार सरकार के दबाव में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। pic.twitter.com/B6SvuvEgSk
— Chowkidar Raja Singh (@TigerRajaSingh) May 5, 2019
Raja Bhai has been taken to undisclosed location by police.
~ Team RS
— Chowkidar Raja Singh (@TigerRajaSingh) May 5, 2019
एक जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार का व्यवहार करनेवाला पुलिस प्रशासन सामान्य हिन्दुआें के साथ किस प्रकार का व्यवहार करता होगा ? – हिन्दू जनजागृति समिति
विधायक टी. राजासिंह को बंदी बनाए जाने के विरुद्ध ट्विटरपर प्रतिक्रिया देते हुए हिन्दू जनजागृति समिति ने कहा है कि क्या भाग्यनगर का पुलिस प्रशासन धार्मिक भावनाआें को भडकानेवाले वक्तव्य देनेवाले अकरुद्दीन ओवैसी के विरुद्ध इस प्रकार की कार्यवाही का साहस दिखाता ? एक जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार का व्यवहार करनेवाले पुलिसकर्मी सामान्य हिन्दुआें के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे ? ‘हम अवैध निर्माण को नहीं रोकेंगे और किसे रोकने भी नहीं देंगे’, इस वृत्ति के पुलिस अधिकारियों से और क्या अपेक्षाएं कर सकते हैं ?
Thanks to all Ram Bhakt & Hindu's for supporting me. I have been released by police just now but the fight will continue with Razakar government.
Will always stand by my people & Hindu Dharma
Jai Shri Ram!!
— Chowkidar Raja Singh (@TigerRajaSingh) May 5, 2019
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात