मंदिरों को अवैध प्रमाणित कर गिरानेवाला प्रशासन अवैध मस्जिदों के विरुद्ध कार्यवाही का साहस क्यों नहीं दिखाता ? क्या देश में ‘अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण और हिन्दुओं पर कानून की मार’, यही धर्मनिरपेक्षता है ? बहुसंख्यक होते हुए भी हिन्दुओं के साथ कनिष्ठता का व्यवहार करनेवाले प्रशासन को हिन्दू क्यों पालें ? इसके स्थानपर हमारे आस्था के केंद्रों का सम्मान करनेवाले हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी चाहिए !
मुंबई : मुंबई महानगरपालिका ने ३ मई को लालबाग के आयकर भवन के बाजू में स्थित प्राचीन मंदिर को अवैध प्रमाणित कर गिरा दिया । बुलडोजर की सहायता से मंदिर की दीवारें, द्वार और छत को तोडा गया । इसके प्रति श्रद्धालुओं द्वारा क्षोभ व्यक्त किया जा रहा है ।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात