अब आधुनिकतावादी ‘धर्मांधों द्वारा हिन्दू महिलाओं के अश्लील छायाचित्र पोस्ट करने से धार्मिक तनाव बढेगा’, ऐसा क्यों नहीं कहते ? इस विषय में वे चुप क्यों हैं ?
जलगांव : जनपद के भुसावळ तहसील के वरणगांव में रहनेवाले धर्मांध अबरार खान ने अपने फेसबुक खाते पर हिन्दू महिलाओं के अश्लील छायाचित्रों के साथ अनादरजन्य लेखन की पोस्ट डाली थी । इसके कारण धार्मिक भावनाएं आहत होने से यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. संदीप ज्ञानेश्वर भोई ने जलगांव साईबर पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया था । उसके आधारपर खान के विरुद्ध धारा २९५७ धारा (अ) और आईटी एक्ट धारा ६७ के अनुसार प्राथमिकी प्रविष्ट की गई है ।
अबरार खान ने अपने फेसबुक खातेपर हिन्दू महिलाओं के अर्धनग्न छायाचित्र डालकर उसके नीचे ‘ऐ देखो, मुस्लिम महिलाओं के बुर्के पर हंसनेवालों, सोचो और बताओ, यह कौनसा धर्म है ?’, ऐसा लेखन की गई पोस्ट डाल दी है । इसके विरुद्ध श्री. भोई ने ४ मई को जलगांव में परिवाद प्रविष्ट किया था । इसके अनुसार खान के विरुद्ध ५ मई की रात को प्राथमिकी प्रविष्ट की गई ।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात