नई दिल्ली – राजधानी के प्रतिष्ठित मायो इंटरनेशनल स्कूल ( आइपी एक्सटेंशन, पतपड़गंज) में पांचवीं कक्षा की छात्रा की शिक्षिका ने सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि वह स्कूल में अपने बालों की चोटी बनाकर आई थी। परिजनों ने जब इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की तो स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका पर कार्रवाई करने के बजाए छात्रा को ही स्कूल से निलंबित कर दिया। स्कूल प्रबंधन ने अपनी कार्रवाई के पीछे छात्रा के परिजनों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को कारण बताया है। अब छात्रा के परिजनों ने आल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन के माध्यम से उपराज्यपाल नजीब जंग के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन व आरोपी शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग की है।
विनोद नगर निवासी छात्रा के पिता कमलापति ने बताया कि उन्होंने ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत बेटी का दाखिला कराया है। गत 21 नवंबर को जब बेटी चोटी बनाकर और काजल लगाकर स्कूल गई तो शिक्षिका ने उसको अपशब्द कहा और उसे थप्पड़ मारा। इस संबंध में स्कूल पहुंचकर जब शिक्षिका से बात की गई तो वह नाराज हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के अन्य कर्मचारियों ने भी उनके साथ अभद्रता की और उसके अगले ही दिन स्कूल प्रबंधन ने उनकी बेटी को स्कूल से निलंबित कर दिया। उधर, आल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा है कि उपराज्यपाल को इस संबंध में हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि ऐसे मामले में सरकार सीधा हस्तक्षेप करे। यह शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है। वहीं, इस बारे में शिक्षा निदेशक पद्मिनी सिंगला का कहना है कि अभिभावक यदि स्कूल के खिलाफ जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत करते हैं तो वह संज्ञान लेंगे।
स्त्रोत : जागरण