पीलीभीत : तीन तलाक को लेकर केंद्र सरकार अध्यादेश लेकर आई थी जिससे कि, तलाक के मामलों में कमी आ सके बावजूद इसके तीन तलाक के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं ! ताजा मामला पीलीभीत जिले का है जहाँ पर तीन तलाक पीडित ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया और हिन्दू युवक से बरेली के एक मंदिर में शादी कर ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित केके शंखधार ने मंदिर में तलाक पीडित महिला का विवाह सम्पन्न कराया। इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों के तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
अप्रैल में हुआ तलाक
पीलीभीत की रहने वाली २९ साल की रेशमा ने बताया कि, उसकी शादी तीन वर्ष पहले मोहम्मद रईस से हुई थी। शादी के बाद से ही उसका पति उसे परेशान करने लगा था। रेशमा ने बताया कि, पांच अप्रैल को उसके शौहर ने उसे तलाक दे दिया और मारपीट कर घर से निकाल दिया। जिसके बाद उसने १५ मई को हिन्दू धर्म अपना लिया और अपना नाम रेशमा की जगह रानी रख लिया। बरेली के मंदिर में ही रेशमा से रानी बनी पीडित युवती ने पीलीभीत के युवक दीपक राठौर से विवाह कर लिया।
बच्ची अभी भी शौहर के पास
धर्म परिवर्तन कर रेशमा से रानी बनी तलाक पीडित युवती ने बताया कि, शादी के बाद से ही उसका पति उसके साथ शराब पीकर मारपीट करता था और जब उसने तलाक देकर घर से निकाला गया तो उसकी दो साल की बच्ची को भी उससे छीन लिया गया !
स्त्रोत : पत्रिका