परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान !
ठाणे : परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में ठाणे, डोंबिवली, अंबरनाथ एवं कल्याण में हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान के अंतर्गत मंदिर स्वच्छता उपक्रम, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी को स्वास्थ्यमय दीर्घायु प्राप्त हो, साथ ही हिन्दू राष्ट्र स्थापना कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं दूर हो; इसके लिए मन्नत मांगना और ‘साधना’ इस विषय पर प्रवचन जैसे विविध उपक्रम संपन्न हुए।
ठाणे, डोंबिवली एवं कल्याण के मंदिरों में मन्नत मांगी गई !
ठाणे (पश्चिम) के वसंत विहार का हनुमान मंदिर, ज्ञानेश्वरनगर का श्री हनुमान मंदिर; डोंबिवली (पूर्व) के लोढा हेवन में स्थित हनुमान मंदिर, दुर्गा-परमेश्वरी मंदिर; डोंबिवली (पश्चिम) में गरिबों का वाडा स्थित शिवमंदिर; कल्याण (पश्चिम) के शिवाजी चौक पर स्थित श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर एवं तिलक चौक पर स्थित महालक्ष्मी मंदिर की स्वच्छता एवं मन्नत मांगने का उपक्रम लिया गया।
डोंबिवली (पश्चिम) में स्थित दत्त मंदिर; ठाणे (पश्चिम) के वर्तकनगर का श्री पंचपरमेश्वर मंदिर, सावरकर नगर का दक्षिणाभिमुख हनुमान मंदिर, श्री. साईबाबा मंदिर, साथ ही लोकमान्य नगर का श्री महाकाली मंदिर
‘साधना’ इस विषय पर प्रवचनें
हिन्दू जनजागृति समिति की वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे ने कल्याण (पश्चिम) के मातोश्री जमनाबेन विद्यालय में उपस्थित छात्र एवं अध्यापकों को ‘साधना’ इस विषय पर मार्गदर्शन किया। वर्तकनगर में साईनाथ सोसाईटी, साथ ही भिवंडी के वडूघर में प्रवचन आयोजित किया गया। कल्याण के धर्माभिमानी पाठक श्री. भारंबे के कार्यालय में, साथ ही उनके निवास पर क्रमशः श्री. माधव साठे एवं वैद्या (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे ने विषय प्रस्तुत किया। ठाणे (पश्चिम) के वागळे इस्टेट की शिवसेना शाखा में, साथ ही शहापुर में समिति के कार्यकर्ता श्री. प्रशांत सुर्वेने, तो डोंबिवली (पूर्व) में सनातन के साधक श्री. अजय संभूस के निवास पर ‘साधना’ इस विषय पर प्रवचन लिया गया। हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती मनीषा क्षीरसागर ने ठाणे के वागळे इस्टेट की शिवसेना शाखा में एवं पाचपाखडी के धरणीमाता मित्रमंडल में ‘साधना’ इस विषय पर प्रवचन लिया।
सहभाग एवं प्रतिसाद
१. लोढा हेवन के श्री हनुमान मंदिर में आए श्रद्धालु अैर धर्मप्रेमियों ने उपक्रम में उत्स्फूर्तता से सहभाग लिया। उन्होंने समिति के विविध उपक्रमों की जानकारी ली। श्री. केशव वाळके ने भाविकों से ५ मिनट तक श्रीराम का नामजप करवा लिया।
२. डोंबिवली (पश्चिम) के दत्त मंदिर में धर्माभिमानी श्री. राजेंद्र पुजारी ने भक्तों को ‘सनातन’ शब्द का अर्थ, साथ ही शास्त्र के अनुसार पूजा-अर्चना कैसे करनी चाहिए, इसकी जानकारी दी।
३. वागळे इस्टेट (ठाणे) के श्री पंचपरमेश्वर मंदिर में मन्नत मांगे जाने के पश्चात ४ धर्मप्रेमियों ने मंदिर में रुक कर समिति का कार्य जान लिया।
४. कल्याण में श्रीमती भारंबे ने स्वयंस्फूर्ति से कपडे के फलक लगाना, ग्रंथ लगा कर रखना एवं गुरुकृपायोग के विषय में जानकारी देने हेतु सामग्री की सिद्धता करना इस प्रकार से पहले ही प्रवचन की सिद्धता की !
५. ‘सनातन प्रभात’ की पाठिका श्रीमती बाऊसकर ने साधकों को नामजप करते हुए गर्दन से संबंधित बिंदुदाबन चिकित्सा का प्रत्यक्षिक दर्शाया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात